Jharkhand Politics: BJP नेता के ट्वीट से चढ़ा सियासी पारा, कहा 'जोहार, जय श्री राम आखिर झारखंड में हो गया काम?'
Godda News: बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे (Dr Nishikant Dubey) ने एक बार फिर झारखंड में सियासी अटकलों को हवा दे दी है. उन्होंने कहा है कि, 'जोहार, जय श्री राम आखिर झारखंड में हो गया काम?'.
Jharkhand Politics: ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से जुड़े विवाद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के खिलाफ बीजेपी की ओर से की गई शिकायत पर केंद्रीय चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी होने के बाद झारखंड की सरकार एक्स्ट्रा अलर्ट मोड में है. इस बीच गोड्डा (Godda) से बीजेपी सांसद डॉ निशिकांत दुबे (Dr Nishikant Dubey) ने एक बार फिर झारखंड में सियासी अटकलों को हवा दे दी है. इस बार उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि, ''जोहार, जय श्री राम आखिर झारखंड में हो गया काम?''. बीजेपी नेता के इस ट्वीट के बाद राज्य में सियासी अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.
तैयार रहें बीजेपी कार्यकर्ता
हाल ही में डॉ निशिकांत दुबे ने सोरेन परिवार पर निशाना साधते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से उपचुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया था. दुमका (Dumka) परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा था कि बहुत जल्द दुमका और बरहेट में उपचुनाव होंगे. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को अभी से तैयारियों में जुट जाना चाहिए, ताकि राजतंत्र को उखाड़ कर फेंका जा सके.
जोहार, जय श्री राम आख़िर झारखंड में हो गया काम ?
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 21, 2022
हो सकते हैं उपचुनाव
आचार संहिता उल्लंघन के एक मामले में दुमका के न्यायालय में पेशी के लिए यहां आए सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा था कि, चुनाव आयोग का क्या निर्णय आता है, ये तो आने वाले वक्त में पता चलेगा, पर जिस तरह बीजेपी 'ऑफिस ऑफ प्रॉफिट' के मामले में चुनाव आयोग गई है और जो कानून के जानकार हैं, उनसे मिले फीडबैक के आधार पर कह सकते हैं कि हेमंत सोरेन (Hemant Soren) और बसंत सोरेन (Basant Soren) पर कार्रवाई होगी. उन्होंने ये भी कहा था कि दुमका (Dumka) और बरहेट (Barhait) में अक्टूबर या नवंबर में विधानसभा का उपचुनाव हो सकता है. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि ये राज्य सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं बना था. उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव होने पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित होगी.
गठबंधन पूरी तरह इंटैक्ट है
गौरतलब है कि, ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से जुड़े विवाद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग में बीजेपी की ओर से की गई शिकायत पर सुनवाई पूरी कर ली गई है और फैसला जल्द आने की संभावना है. इसी तरह माइनिंग लीज और शेल कंपनियों में निवेश के आरोपों से संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सुनवाई पूरी ली है और अपना फैसला सुरक्षित रखा है. चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट, दोनों के आगामी फैसले राज्य के सत्ता समीकरण को प्रभावित कर सकते हैं. हालांकि, झामुमो और कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं का कहना है कि, हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन पूरी तरह इंटैक्ट है.
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