Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में बीजेपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. पिछले चुनाव के विपरीत इस बार उसने अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वहीं, बीजेपी ना केवल हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार के खिलाफ 'एंटी-इन्कंबेंसी' पर ध्यान दे रही है बल्कि इसका दूसरा फोकस अब आदिवासी वोट भी है. माना जा रहा है कि चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने पर जेएमएम के आदिवासी वोट पर यह असर डालेगी और संभव हो कि यह छिटककर बीजेपी के खाते में चली जाए. 


चंपाई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे. उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है. पिछले दिनों दिल्ली दौरे के बाद वह सरायकेला स्थित अपने गांव पहुंचे जिस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद रहे. इस तरह से अपने आदिवासी समर्थकों के साथ उन्होंने शक्ति प्रदर्शन की कोशिश की जो आगे बीजेपी को फायदा पहुंचा सकती है.


कोल्हान में वापसी करेगी बीजपी?
बीजेपी यह मान कर चल रही है कि चंपाई के साथ आने से उनके गढ़ कोल्हान क्षेत्र में पार्टी को वापसी करने में मदद मिलेगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी सूत्र ने बताया, "'हमने अतीत में अकेले चुनाव लड़ने की गलती की थी. लेकिन इस बार हम एनडीए के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. जेडीयू और एलजेपी- रामविलास के साथ बातचीत लगभग पूरी हो गई है और इसकी घोषणा जल्द हो जाएगी.''


झारखंड में NDA गठबंधन बना महागठबंधन
वहीं, निशिकांत दुबे ने कहा, ''बीजेपी लंबे समय के बाद अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. जिन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी वे वापस आ रहे हैं. पहली बार तीसरा मोर्चा भी आ रहा है और आदिवासीों का मुद्दा उठा रहा है, जो कि आदिवासी वोटों को तोड़ने में समक्ष है. चंपाई सोरेन हमसे जुड़ रहे हैं तो वह जनता को बताएंगे कि कैसे हेमंत सोरेन जेल से सरकार चला रहे थे.''


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