Bokaro Urdu School Controversy: झारखंड (Jharkhand) के बोकारो (Bokaro) जिला मुख्यालय के आगरडीह मध्य विद्यालय को उर्दू स्कूल में तब्दील कर दिया गया है. इसकी वजह से यहां रविवार को भी स्कूल खुली रहती है, जबकि आरोप लग रहा है कि शुक्रवार के दिन स्कूल को एक खास तबके के दबाव में बंद रखा जाता है. यह स्कूल शिक्षा विभाग की सूची में उर्दू विद्यालय के रूप में नामित नहीं है. ऐसे में सरकारी आदेश और नियम कानून को ताक पर रखा जाना कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती है.

 

पहले यह प्राथमिक विद्यालय हुआ करता था, जिसे साल 2004 में उत्क्रमित करते हुए मध्य विद्यालय बना दिया गया. अब इस विद्यालय में शुक्रवार को छुट्टी रहती है, जबकि रविवार को साप्ताहिक अवकाश के दिन यह विद्यालय खुला रहता है और कक्षाएं संचालित की जाती हैं. इस विद्यालय में हिंदू छात्रों की संख्या कम है, जबकि मुस्लिम छात्रों की संख्या अधिक हैं. इस बीच शुक्रवार को स्कूल बंद कर रविवार को संचालित करने की ख़बर पर बोकारो जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए और आनन-फानन में स्कूल के प्रधानाध्यापक को इस संबंध में नोटिस भेज स्पष्टीकरण मांगा है.


 


 

स्कूल के प्रधानाध्यापक ने कही ये बात

 

नोटिस में यह पूछा गया है कि आखिर किस आधार पर शुक्रवार को स्कूल में साप्ताहिक अवकाश देकर रविवार को कक्षाएं चलती हैं. गौरतलब है कि यह शिक्षा विभाग की सूची में उर्दू विद्यालय के रूप में शामिल नहीं है. इस विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद हसीबुल रहमान ने बताया कि इनकी पदस्थापना स्थापना काल से ही यहां है, जब इनको यहां पदस्थापित किया गया था, उस वक्त भी प्राथमिक विद्यालय आगरडीह उर्दू के नाम से ही पदस्थापित किया गया था.

 

'विभाग को उपलब्ध करा दिए गए हैं उर्दू होने के कई प्रमाण'

 

उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से एक पत्र भेजा गया था, जिसमें यह विद्यालय उर्दू की सूची में शामिल नहीं है. विभाग की ओर से उर्दू होने का प्रमाण मांगा गया है तो कई प्रमाण विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है. उनका कहना है कि अगर विभाग शुक्रवार को खोलने और रविवार को बंद करने का आदेश देती है तो हम इस पर आदेश का पालन करेंगे. उन्होंने बताया कि विद्यालय में मुस्लिम छात्रों की संख्या अधिक है.