Bokaro: मातम में बदला मुहर्रम का जुलूस, हाईटेंशन तार से टकराया ताजिया, 4 की मौत, 9 की हालत गंभीर
Bokaro: बोकारो में मुहर्रम के तजिया निकालने के दौरान एक बड़ा हदसा हो गया. यहां तजिया निकालने के दौरान 11 हजार बोल्ट के तार के चपेट में 13 लोग आ गए. वहीं इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई.
Bokaro News: बोकारो (Bokaro) के पेटरवार थाना अंतर्गत खेतको गांव में मुहर्रम के तजिया निकालने के दौरान एक बड़ा हदसा हो गया. यहां तजिया निकालने के दौरान 11 हजार बोल्ट के तार के चपेट में 13 लोग आ गए. सभी को बीजीएच बोकारो रेफर किया गया. इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई. वहीं नौ लोग अभी भी गंभीर बताए जा रहे हैं.
चार की हुई मौत
इस घटना के बाद खेतको में परिजनों और लोगों के बीच चीख- पुकार मच गई. जानकारी के मुताबिक, ये घटना सुबह साढ़े पांच बजे की है. कहा जा रहा है कि लोग ताजिये को इमाम बाड़ा शिफ्ट करने जा रहे थे. उसी दौरान ये हादसा हो गया. मृतकों में आसिफ रजा (21) एनामुल रब (35) गुलाम हुसैन और साजिद अंसारी (18) शामिल हैं. वहीं घायलों में सालुद्दीन अंसारी, इब्राहिम अंसारी, लाल मोहम्मद, फिरदौस अंसारी, मेहताब अंसारी, आरिफ अंसारी, मोजोबिल अंसारी और साकिब अंसारी और एक अन्य शामिल है.
हाईटेंशन लाइन से टकराया ताजिया
बता दें सभी घायलों का इलाज बीजीएच बोकारो में चल रहा है. घटना के दौरान जो लोग मोके पर मौजूद थे, उन्होंने बताया कि ताजिया उठाने के दौरान ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन उससे टकरा गई. इसके चलते ताजिये के जुलूस में जो बैट्री रखी थी उसमें ब्लास्ट हो गया, जिससे ये हादसा हुआ. वहीं इस हादसे की जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिाकरी पेटरवार शैलेंद्र चौरसिसा भी मौके पर पहुंचे.
बूरी तरह झुलस गए 13 लोग
उन्होंने कहा कि ताजिया से 11 हजार के हाईटेंशन तार के सट जाने के कारण ये हादसा हुआ. इस हादसे में 13 लोग बूरी तरह झुलस गए. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि फिलहाल कोशिश है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा घायलों को मुहैया कराई जाए. गौरतलब है कि मुहर्रम से पहले सभी थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी. इसमें शांतिपूर्ण और सुरक्षित मुहर्रम मनाने पर विचार विमर्श किया गया था, लेकिन सारी बैठकें धरी की धरी रह गई और आज ये बड़ा हादसा हो गया.
क्या यह जुलूस निकालने वालों की लापरवाही थी या फिर बिजली विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की उदासिनता। आखिर इन चार मौतों के लिए जवाबदेह कौन है? बहरहाल इन तमाम मसलों पर जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है, लेकिन इतना तो तय है कि थोड़ी सी लापरवाही कइयों की जान ले सकती है.