(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Union Budget 2023 : केंद्रीय बजट में झारखंड को मिले 5 हजार 271 करोड़, 57 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
झारखंड को केंद्र सरकार की तरफ से अमृत रेल योजना के तहत 5, 271 करोड़ का तोहफा मिला है. इसके जरिए झारखंड के 57 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. इस लिस्ट में धनबाद के 30 स्टेशन शामिल हैं.
Amrit Rail Scheme: झारखंड को केंद्र सरकार की तरफ से 5 हजार 271 करोड़ की सौगात मिली है. दरअसल राज्य को रेलवे बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए अमृत रेल योजना के तहत 5,271 करोड़ रुपये दिए गए हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि झारखंड को केंद्रीय बजट से राज्य के रेलवे बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए 5,271 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि झारखंड के लिए वार्षिक औसत बजट आवंटन 2009 और 2014 के बीच राज्य को मिलने वाले बजट से लगभग 11 गुना अधिक था.
रेल मंत्री अश्विनी वैश्नव ने जानकारी दी कि राज्य में 57 स्टेशनों का पुनर्विकास कर उन्हें विश्वस्तरीय स्टेशन बनाया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि मैं राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण, वन मंजूरी और कानून व्यवस्था में सहायता प्रदान करने का अनुरोध करता हूं ताकि परियोजनाओं को जल्दी से पूरा किया जा सके. रेल मंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग के दौरान दक्षिण पूर्व रेलवे महाप्रबंधक अर्चना जोशी, एसईआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी और कई दूसरे अधिकारी मौजूद थे.
धनबाद के 30 स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
बता दें कि अमृत रेल योजना के तहत झारखंड के 57 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास होना है. इसके लिए कोयला राजधानी धनबाद रेल मंडल ने 30 स्टेशनों को सूचीबद्ध किया है. रेलवे स्टेशनों की विकास प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाएगी. पहले चरण में धनबाद के 15 स्टेशनों को चुना गया है जिन्हें विकसित किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक टेंडर प्रकिया के जरिए 2024 तक इन स्टेशनों का विकास कार्य पूरा कर लिया जाएगा. पुनर्विकास किए जाने के साथ-साथ आरओबी और अंडर पास पुल भी बनाए जाएंगे, ताकि लोगों को रेलवे लाइन क्रॉस करने में सुविधा मिल सके और बिना देरी के गंतव्य स्थान तक पहुंच सकें.
योजना के तहत रेल लाइन डबलिंग और ट्रिपलिंग जैसे काम भी किए जाएंगे ताकि एक्सप्रेस और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा बढ़ सके. इसके अलावा 100 किलोमीटर के शहर को जोड़ने के लिए वंदे मेट्रो योजना के तहत ट्रेन चलाई जाएगी.