CDS Bipin Rawat Death News: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर में बुधवार को भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का हेलिकॉप्टर क्रैश होने से देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर है. सीडीएस बिपिन रावत का जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. सीडीएस बिपिन रावत का झारखंड (Jharkhand) के गुमला से खास कनेक्शन रहा है. इस दुखद हादसे के बाद गुमला (Gumla) के लोग भी अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं.  


कहा था वीरभूमि
दरअसल, एक बार सीडीएस बिपिन रावत ने गुमला जिले की जमीन को, यहां की माटी को पवित्र बताते हुए इसे वीरभूमि कहा था. बिपिन रावत 4 जनवरी 2019 को चैनपुर प्रखंड आए थे. तब उन्होंने कहा था कि, 'आओ झुककर उन्हें सलाम करें, जिनके हिस्से में ये मुकाम आया है. खुशनसीब होते हैं वो सैनिक, जिनका खून देश के काम आता है.' उन्होंने ये भी कहा था कि 'मैं अपना दिल छोड़कर जा रहा हूं और झारखंड वासियों की यादें साथ लेता जा रहा हूं.'


राज्यपाल रमेश बैस बताया अपूरणीय क्षति
बता दें कि, झारखंड (Jharkhand) के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) ने देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी समेत अन्य सैन्य अधिकारियों के असामयिक निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. राज्यपाल ने कहा कि, उन्होंने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की. राज्यपाल रमेश बैस ने अपने शोक संदेश में कहा कि, ''तमिलनाडु में हुई हेलिकॉप्टर दुर्घटना अत्यन्त पीड़ादायक है जिसमें हमने देश के सीडीएस (प्रमुख रक्षा अध्यक्ष) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अनेक जवानों को खो दिया. उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है.'' उन्होंने कहा कि शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. 


सीएम हेमंत सोरने ने जताया दुख 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी जनरल रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत सहित 11 अन्य अधिकारियों के असामयिक निधन पर गहरा दुख एवं शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने ईश्वर से शोक संतप्त परिवारों को इस भीषण दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है.


ये भी पढ़ें:


Jharkhand News: आखिर क्यों होती है रांची के इस मंदिर में कुत्ते की पूजा, जानें- 'भोली' की हैरान करने वाली कहानी


Jharkhand: किसानों के लिए 'गेमचेंजर' साबित हो रही है ये योजना, पलायन में दर्ज की गई है कमी