Champai Soren Exclusive: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले JMM और हेमंत सोरेन को बड़ा झटका देने वाले चंपाई सोरेन ने पहली बार अपनी बगावत को लेकर खुल कर बयान दिया है. एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में चंपाई सोरेन ने बताया कि उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ कर बीजेपी में आने का फैसला क्यों किया?
चंपाई सोरेन ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में बताया कि वो अपनी राजनीतिक पारी का नया अध्याय शुरू करने के लिए 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद उन्होंने ये निर्णय लिया है.
चंपाई सोरेन की JMM से क्या है नाराजगी?
चंपाई सोरेन जेएमएम संस्थापक शिबू सोरेन के बेहद करीबी माने जाते हैं, लेकिन अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला ले लिया है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा, "मेरा हाल ऐसा हुआ कि चलाने के लिए गाड़ी दी गई और अचानक रास्ते में चाभी मांग ली गई. पार्किंग में खड़ी करने की जगह भी नहीं दी गई."
उन्होंने आगे कहा, "राजनीतिक संकट में उतार चढ़ाव आते रहते हैं. हमने संगठन को खून पसीने से सींचा, लेकिन हमें किसी ने सम्मान नहीं दिया. नेतृत्व परिवर्तन के लिए मेरे सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए. ज़बरदस्ती की गई. मैं चुप रहा लेकिन दिल दुख रहा था."
शिबू सोरेन पर भी बोले चंपाई सोरेन
जेएमएम केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को लेकर चंपाई सोरेन ने कहा, "हमने संगठन में पसीना बहाया है. गुरु जी मेरे आदर्श हैं. मैं गुरुजी के परिवार को अपना परिवार समझता रहा. वो कमजोर हैं अब बोल नहीं पाते, इसलिए दिल की पीड़ा किसी से कह नहीं पाया. हमने अपने मन की भावना पोस्ट कर दी." उन्होंने कहा, "हमने सार्वजनिक रूप से मन की बात कही, पर उसके बाद भी JMM से किसी ने मनाने की कोशिश नहीं की. कोई पहल नहीं की गई."
पीएम मोदी और अमित शाह पर बोले चंपाई सोरेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर चंपाई सोरेन ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, "पीएम और गृह मंत्री पर मेरा विश्वास आया कि यहीं से झारखंड और आदिवासी का अस्तित्व बचा पाऊंगा. इसलिए झारखंड के मुद्दे को लेकर बीजेपी के पास आया. हमने मंथन किया. झारखंड में पहले भी JMM और बीजेपी ने मिलकर सरकार चलाई है.ये कोई नई बात नहीं है. राजनीति में परिस्थिति देख कर बदलना पड़ता है. इसलिए अब नया साथी बीजेपी है."
बीजेपी में क्या जिम्मेदारी मिलेगी?
चंपाई सोरेन ने बताया कि फिलहाल बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है. अब ये पार्टी उन्हें पूरे झारखंड क्षेत्र की ज़िम्मेदारी देगी या कोल्हान क्षेत्र की, ये बीजेपी पर निर्भर करता है.
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