झारखंड में विधायकों की टूट का डर! शपथ होते ही हैदराबाद के लिए रवाना हुए JMM-कांग्रेस के MLA
जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी को झारखंड में विधायकों की टूट का डर सता रहा है. इस बीच गठबंधन के ज्यादातर विधायक हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं.
Jharkhand Politics: झारखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है. चंपई सोरेन ने शुक्रवार (2 फरवरी) को सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली.
इस बीच जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं को विधायकों के टूट का डर सता रहा है. इसी वजह से तीनों दलों के ज्यादातर विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. रांची से विधायकों को लेकर चार्टर्ड प्लेन हैदराबाद के लिए रवाना हो गई है.
चंपई सोरेन को 5 फरवरी को बहुमत साबित करना है. माना जा रहा है कि उसी दिन ये विधायक हैदराबाद से रांची आएंगे और विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में भाग लेंगे.
सीएम पद की शपथ
चंपई सोरेन दिनभर सरकार बनाने के लिए न्यौते का इंतजार करते रहे. इस बीच गठबंधन के विधायकों में टूट का डर भी सताए जाने लगा. हालांकि उन्हें गुरुवार को सीएम पद की शपथ के लिए न्यौता मिला. इसके बाद शुक्रवार (2 फरवरी) को उन्होंने सीएम पद की शपथ ली.
गुरुवार को भी विधायकों को हैदराबाद भेजने की कोशिश हुई थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से विमान उड़ान नहीं भर सका. सभी विधायक रांची में ही रुके.
विधानसभा का गणित
झारखंड में विधानसभा की 81 सीटें हैं. एक सीट खाली है और बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत है. जेएमएम के 29 विधायक हैं. कांग्रेस के 17, आरजेडी के एक और सीपीआई(एमएल) के एक विधायक हैं. इनकी कुल संख्या 48 है.
विपक्षी खेमे में बीजेपी के 26, आजसू के तीन, एनसीपी के एक और दो निर्दलीय हैं. कुल विधायकों की संख्या 32 है.
#WATCH | Jharkhand JMM & Congress MLAs onboard an aircraft to Hyderabad from Ranchi
— ANI (@ANI) February 2, 2024
(Video from an MLA onboard the aircraft) pic.twitter.com/KgiCJYGdIt
बता दें की ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हेमंत सोरेन को बुधवार को गिरफ्तार किया था. इस बीच उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद उनके करीबी चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
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