Jharkhand New CM: चंपई सोरेन को दस दिनों के भीतर विश्वास मत हासिल करना होगा. रांची के सर्किट हाउस में गठबंधन के विधायकों की बैठक हुई. दो फरवरी को होने वाले शपथ ग्रहण पर चर्चा हुई. सर्किट हाउस में ही सारे विधायक रुके हुए हैं. वो हैदराबाद जाने वाले थे लेकिन खराब मौसम की वजह से फ्लाइट उड़ान नहीं भर पाया और उन्हें वापस लौटना पड़ा. इसके बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को शपथ का न्यौता दिया.


झारखंड में महागठबंधन के पास 43 विधायकों का समर्थन है. गुरुवार को चंपई सोरेन ने विधायकों की परेड कराकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया. पहले 47 विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा था. इन 43 विधायकों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 24, कांग्रेस के 17, आरजेडी और सीपीआई एमएल के एक-एक विधायक शामिल हैं. चंपई सोरेन को हेमंत सोरेन का विश्वासपात्र माना जाता है. वो सात बार के विधायक हैं.


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बता दें कि हेमंत सोरेन ने बुधवार की रात करीब 8.30 बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था. इसके तुरंत बाद चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. उन्होंने कहा था कि हमें कुल 47 विधायकों का समर्थन हासिल है. लेकिन, चार विधायक अभी राज्य के बाहर हैं. सरकार बनाने के लिए विधायकों की जरूरी संख्या 41 है और राज्यपाल अगर इजाजत दें तो हम इनकी परेड कराने को तैयार हैं. 


उधर हेमंत सोरेन की रात होटवार जेल के सेल में बीतेगी. कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें एक दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया. ईटी ने दस दिनों की रिमांड की मांग की थी जिस पर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. आज 2 फरवरी को भी इस पर सुनवाई जारी रहेगी और ईडी की रिमांड की मांग पर कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है.