Jharkhand News: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में जारी सियासी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच बुधवार (28 अगस्त) को पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. वहीं उनके इस्तीफे के बाद से उनका गढ़ सरायकेला भगवामय होना शुरू हो गया है.


सरायकेला में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यलय में रंग कर रहे मजदूरों ने कहा कि चंपाई सोरेन की तरफ से ये आदेश है कि यहां पार्टी कार्यलय को भगवामय कर दिया जाए, क्योंकि चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं इसलिए यहां दफ्तर को भगवामय किया जा रहा है.


भगवा रंग में रंगा दफ्तर
दरअसल, सरायकेला के महुलडीह में झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यालय को भगवा रंग में रंगा जा रहा है. इसके अलावा यहां हर जगह बीजेपी के बैनर तैयार किए जा रहे हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है कि क्योंकि 30 अगस्त को चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं.


 






वहीं झामुमो से इस्तीफा देते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह कभी झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा देंगे. शिबू सोरेन को लिखे पत्र में उन्होंने बताया कि पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जिसमें वह अपनी पीड़ा व्यक्त करते.


'झारखंड हित में बीजेपी से जुड़ने का फैसला'
बता दें कि बुधवार (28 अगस्त) को जेएमएम से इस्तीफा दे दिया. चंपाई सोरेन ने कहा कि उन्होंने झारखंड के हित में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसल लिया है. उन्होंने ये भी वह किसी भी स्थिति से डरे हुए नहीं हैं. वहीं चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन ने कहा कि झामुमो उन्हें सम्मान देने में विफल रही और अब बीजेपी ने उन्हें गरिमामय तरीके से गले लगाया है.


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