Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) इन दिनों सरकारी विभागों को लेकर एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. अभी दो दिन पहले ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों के बैठक कर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बातचीत करते हुए सख्त निर्देश दिए थे. शुक्रवार को फिर सीएम सोरेन ने एक हाई लेवल मीटिंग की. इस मीटिंग के दौरान राज्य के शिक्षकों को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं.
एजुकेशन रिफॉर्म की तरफ बढ़ रहा झारखंड
सीएम सोरेन ने कहा कि झारखंड एजुकेशन रिफॉर्म (Jharkhand Education Reform) की तरफ आगे बढ़ रहा है. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (School of Excellence) के रूप में पहले चरण में 80 स्कूलों को तब्दील किया गया है. जिसको लेकर सभी वर्गों की तरफ से सरकार की तारीफ की जा रही है. यहीं नहीं इन स्कूलों में नामांकन को लेकर बच्चों के अभिभावकों ने रुचि दिखाई है. क्वालिटी एजुकेशन को लेकर लोगों का सरकार के प्रति विश्वास जागा है. आने वाले समय में सरकार का यह बदलाव मील का पत्थर साबित होगा. जिसको लेकर सभी जिला उपाय़ुक्तों को खास नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
किसी दूसरे काम में नहीं लगेगी टीचर्स की ड्यूटी
सीएम सोरेन ने कहा कि अक्सर देखा जाता है किसी भी सरकारी व्यवस्था की शुरुआत अच्छी होती है, लेकिन अंत अच्छा नहीं होता. ऐसे में सभी की जिम्मेदारी बनती है कि स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के मामले में ऐसा बिल्कुल ना. यह सुनिश्चित करें कि यह व्यवस्था ध्वस्त ना हो. इसके अलावा हर जिले की अलग-अलग व्यवस्थाएं एवं क्षमताएं हैं. अभी स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में कई और चीजें शामिल होने वाली हैं. ऐसे में उपाय़ुक्तों की जिम्मेदारी की वो अपने-अपने जिलों में इन स्कूलों की मॉनिटरिंग करते रहें. सीएम सोरेन ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों को अन्य किसी काम में नहीं लगाया जाना चाहिए. इसके लिए भी शिक्षा विभाग नियम बनाए. आपको बता दें कि इससे पहले झारखंड सरकार ने स्टूडेंट्स को बड़ी सौगात दी थी. 2022 में स्टेट टॉपर्स को 3 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी.