Jharkhand Politics News: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) के रूप में कुरमी समाज का अपना एक सशक्त नेता खोया है. वहीं अब इसकी भरपाई पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के लिए बड़ी चुनौती के रूप में सामने खड़ी हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार दिवंगत जगरनाथ महतो की राजनीतिक विरासत को उनकी पत्नी बेवी देवी आगे बढ़ाएंगी. दरअसल, विधानसभा क्षेत्र डुमरी के उप चुनाव में झामुमो उन्हें चुनाव में खड़ा करेगा, क्योंकि उनके बेटे की उम्र 25 साल से कम है और उपचुनाव होने तक भी वह 25 की उम्र तक नहीं पहुंच पाएंगे.


वहीं दूसरी बात यह भी है कि जगरनाथ महतो के निधन के बाद स्कूली शिक्षा विभाग और उत्पाद विभाग किसे सौंपा जायेगा? आपको बता दें कि महतो समाज की आबादी राज्य में करीब 14 फीसदी है, लेकिन झामुमो जिस सामाजिक गठबंधन पर सियासत कर रहा है उसमें महतो समाज के अलावा मांझी और मुस्लिम समाज का भी बड़ा हाथ है. ऐसे में कैबिनेट में महतो, मांझी या मुस्लिम चेहरे में से किसी की इंट्री की संभावना बढ़ गई है.


क्या हेमंत सोरेन संभालेंगे ने शिक्षा विभाग
दरअसल, साममाजिक गठबंधन और शिबू सोरेन के मार्गदर्शन व हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो ने विधानसभा चुनाव 2019 में 30 सीटों पर जीत हासिल की थी. अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि पिछली बार जगरनाथ महतो की लंबी बीमारी और लंग्स ट्रांसप्लांट के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिक्षा विभाग की कमान खुद संभाली थी, वहीं एक बार फिर इसे दोहराने पर भी चर्चा चल रही है. हालांकि, इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है. मिली जानकारी के अनुसार सीएम हेमंत सोरेन खाली विभागों का कार्यभार सौंपने पर जल्द निर्णय लेंगे. वहीं पंचम झारखंड विधानसभा में अब छठी सीट पर उप चुनाव होगा. अब तक दुमका, बेरमो, और रामगढ़ विधानसभा के लिए उप चुनाव हो चुके हैं. 



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