Communal Violence in Palamu: पलामू में महाशिवरात्रि पर बनाए जा रहे तोरण द्वार और रास्ते पर झंडा लगाने को लेकर दो समुदाय में झड़प हो गई. बहस एकाएक तनाव में तब्दील हो गई जिसके बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी भी हुई. वहीं पेट्रोल बम का इस्तेमाल करने और आगजनी की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई है, हालांकि मौके पर पहुंची पलामू पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया. बीच बचाव के लिए पहुंचे कई पुलिस वाले भी जख्मी हो गए. इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है. खुद एसपी मौके पर कैंप कर रहे हैं. वहीं पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.


जिले के पांकी में दो समुदायों के बीच बुधवार की सुबह विवाद हो गया. विवाद बढ़ने के बाद दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी होने लगी. वहीं हालात को नियंत्रण में करने के लिए सदर एसडीएम राजेश शाह ने धारा 144 लगा दिया है. साथ ही पांकी में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. इससे पहले स्थिति को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस के कई जवान घायल हो गए. दोनों पक्षों से भी कई लोग घायल हुए जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया जा रहा है. उपद्रवियों ने एक बाइक में आग दी और आसपास के दुकानों में भी तोड़फोड़ की.


अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर


वहीं बढ़ते तनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है. डीसी, एसपी समेत जिला के सभी आला अधिकारी मौके पर कैम्प कर रहे हैं. साथ ही लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील कर रहे है. वहीं अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है. दूसरी तरफ पुलिस के अधिकारी दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने में लगे हैं, ताकि विवाद को खत्म कराया जा सके.


तोरण द्वार लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद


जानकारी के मुताबिक, एक पक्ष के लोग महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी को लेकर तोरण द्वार बना रहे थे और झंडा लगा रहे थे. दूसरे पक्ष के लोगों ने इसका विरोध किया. इस बात को लेकर दोनों पक्षों के लोगों के बीच कहासुनी हो गई. बात बिगड़ गई और दोनों तरफ से पत्थरबाजी और तोड़फोड़ होने लगी. इसके उपरांत पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया. वहीं आगजनी की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई. हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है.


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