Jharkhand News: झारखंड कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद (Amba Prasad) गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं हुईं. उनके पिता योगेंद्र साव (Yogender Sao) ने यह जानकारी दी. साव भी मंत्री रह चुके हैं. वह रांची स्थित ईडी के दफ्तर में पूछताछ में शामिल हुए थे. वह जमीन हथियाने और उगाही से जुड़े मामले की जांच में शामिल हुए थे. 


अंबा प्रसाद (36) झारखंड के बरकागांव विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं. उन्हें ईडी ने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत 4 अप्रैल को बयान रिकॉर्ड कराने कहा था. साव ने ईडी के दफ्तर जाने से पहले बताया कि अंबा ने मेडिकल ग्राउंड पर एजेंसी से समय मांगा है और आज वह पूछताछ में शामिल नहीं हो पाईं. बता दें कि योगेंद्र साव से बुधवार को भी पूछताछ की गई है. 


ईडी को हमारे बारे में गलत जानकारी दी गई- योगेंद्र साव
योगेंद्र साव ने दावा किया कि उनके और परिवार के सदस्यों के बारे में एजेंसी को गलत जानकारी दी गई है जिस वजह से पूछताछ के लिए समन भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईडी को उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों की जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ''मैं पुराने मामलों से जुड़े जरूरी दस्तावेजों को लेकर आया हूं. मैं एजेंसी को इन्हें सौंप दूंगा.''


पिछले महीने ईडी ने की थी छापेमारी
मार्च में अंबा प्रसाद और योगेंद्र साव के अलावा अन्य लोगों के घरों पर ईडी ने छापेमारी की थी. उन्होंने उगाही, लेवी, अवैध रेत खनन और जमीन हथियाने के मामले में छापेमारी की थी. उस वक्त ईडी का कहना था कि घर से 35 लाख कैश, डिजिटल डिवाइर, सर्कल ऑफिस का फेक स्टाम्प और कुछ अन्य दस्तावेज मिले हैं जिन्हें जब्त कर लिया गया है. छापेमारी के दौरान अवैध रेत खनन से जुड़े रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं.


जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था. जिस वजह से उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था और नए सीएम का चयन किया गया था.


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