Coronavirus in Jharkhand: कोरोना वायरस (Coronavirus) के ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट ने झारखंड सरकार की चिंता बढ़ा दी है. ये चिंता इसलिए भी है क्योंकि झारखंड में कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट की टेस्टिंग की कोई सुविधा नहीं है. इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव को लेकर बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.
ओमिक्रॉन से बचाव की तैयारी
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा की, 'राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में बैठक में भाग लिया तथा विभाग एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए'
विदेश से लौटे लोगों पर रखी जा रही है खास निगाह
बता दें कि, कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के प्रसार की आशंकाओं को देखते हुए झारखंड (Jharkhand) में विदेश यात्राओं से लौटे लोगों पर खास निगाह रखी जा रही है. अगर इनमें से कोई कोविड पॉजिटिव (Covid Positive) पाया जाता है, तो उन्हें हॉस्पिटल (Hospital) में बनाए गए विशेष आइसोलेशन वार्ड (Isolation Ward) में रखा जाएगा. जो लोग कोविड निगेटिव पाए जाते हैं, उनके लिए भी 7 दिनों तक क्वारंटाइन रहना और 8वें दिन कोविड टेस्ट कराना अनिवार्य किया गया है. सरकार ने सभी जिलों के उपायुक्तों को इन नियमों का अनुपालन सुनिश्चत करने को कहा गया है.
सरकार उठा रही है कदम
विदेश से लौटे कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए रांची के सदर हॉस्पिटल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार कर लिया गया है. इधर राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में ट्रॉमा सेंटर को फिर से 100 वार्ड के स्पेशल कोविड वार्ड में तब्दील कर दिया गया है. हालांकि, झारखंड में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पहचान की व्यवस्था नहीं है. संदिग्ध मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजे जाएंगे. वहां भी एक महीने के पहले रिपोर्ट मिलने की संभावना नहीं है. राज्य के 2 मेडिकल कॉलेज रिम्स और एमजीएम में जीनोमो सिक्वेंसिंग के लिए मशीन की खरीदारी के प्रस्ताव को 8 माह पहले ही स्वीकृत करा लिया गया था, लेकिन ये मशीनें अब तक नहीं खरीदी जा सकी हैं.
टीकाकरण की धीमी रफ्तार ने बढ़ाई चिंता
झारखंड में कोविड टीकाकरण की धीमी रफ्तार की वजह से भी चिंता बढ़ी है. इस बीच झारखंड सरकार ने हाईकोर्ट (High Court) के निर्देशे के अनुसार राज्य में कोविड-19 से मरने वालों के परिजनों को 50-50 रुपये की सहायता राशि देने का फैसला लिया है. राज्य में संक्रमण से अभी तक 5,141 लोगों की मौत हुई है. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने इसे लेकर जानकारी दी है. हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि दिसंबर में राज्य के 90 प्रतिशत लोगों को कोविड टीके का पहला डोज देने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री ने जागरूक तबके के लोगों से अपील की भी थी कि उनकी जानकारी में जिन लोगों ने कोविड का टीका नहीं लिया है, उन्हें प्रेरित कर टीकाकरण कराएं.
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