Jharkhand: नक्सलियों और माओवादियों को धूल चटाने वाले भारतीय सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों पर इन दिनों दुश्मनों से ज्यादा मच्छरों का आतंक देखने को मिल रहा है. दरअसल जंगली इलाकों में ड्यूटी देने वाले जवान मलेरिया जैसी बीमारी से ग्रसित होते जा रहे हैं. जंगली इलाका होने के कारण यहां मच्छरों का प्रकोप अधिक है. रविवार की सुबह सीआरपीएफ 60 बटालियन के एक जवान को भी मलेरिया होने से हालात गंभीर हो गई. मलेरिया से ग्रसित जवान की पोस्टिंग झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित इलाके सारंडा के जंगलों में थी.


पीड़ित जवान की मलेरिया से बिगड़ती हालत को देखते हुए, हेलिकॉप्टर के द्वारा चक्रधरपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उनका इलाज जारी है. वैसे तो सीआरपीएफ के जवान किसी भी मुश्किल परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं, लेकिन प्राकृतिक रुप से यहां के मच्छरों से खुद को सुरक्षित रखने में असमर्थ हैं. 


हालात बिगड़ती देख हेलीकॉप्टर से ले जाया गया अस्पताल


मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ के 60 बटालियन के जवान नक्सल प्रभावित गोईलकेरा प्रखंड के हथिबुरु कैंप में तैनात थे. आज यानी रविवार की सुबह अचानक से उनकी तबियत बिगड़ने लगी. कैंप में मौजूद डॉक्टरों की टीम के जरिये इलाज के बाद हालत में सुधार नहीं हैं. बाद में उनकी तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद जवान को आनन- फानन में स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.


जहां हालात में सुधार होता न देख डॉक्टरों ने उन्हें चक्रधरपुर रेफेर कर दिया. तबियत ज्याद खराब होने के कारण अधिकारियों ने सड़क मार्ग से ले जाना उचित नहीं समझा और तत्काल रांची से हेलीकॉप्टर बुलाया. जिसके बाद पीड़ित जवान को हेलीकॉप्टर की मदद से चक्रधरपुर स्थित अस्पताल ले जाया गया. चक्रधरपुर के असन्तलिया स्तिथ मैदान में हेलीकॉप्टर को उतारा गया और वहां से एम्बुलेंस की मदद से रेलवे के अस्पताल में जवान को भर्ती करवाया गया. फिलहाल जवान का इलाज जारी है.   


ये भी पढ़ें: Jharkhand Top 5 News: झारखंड में क्या कांग्रेस एक बार फिर दोहरा पाएगी 2004? देवघर के 6 इलाके रेड जोन घोषित, पढ़ें झारखंड की 5 बड़ी खबरें