Shravani Mela 2023: श्रावणी मेले के लिए तैयार हो रहा देवघर, इस साल बाबा वैद्यनाथ मंदिर में VIP-VVIP दर्शन पर रहेगी रोक
Deoghar: डीसी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि मेले के दौरान बाहर से आने वाले खोआ व अन्य खाद्य पदार्थों पर विशेष रखें और मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें.
Jharkhand News: झारखंड के देवघर (Deoghar) में 4 जुलाई से शुरू हो रहे राजकीय श्रावणी मेले की तैयारी को लेकर शुक्रवार को समाहरणालय परिसर में डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बैठक की. बता दें कि, राजकीय श्रावणी मेला-2023 में भी श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आउट ऑफ टर्न, वीआईपी या वीवीआईपी दर्शन पर पूरी तरह से रोक रहेगी. पिछले साल की तरह ही श्रावणी मेले के दौरान इसे सख्ती से लागू किया जाएगा. डीसी ने सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को निर्देश दिया कि पूरे मेला क्षेत्र में ओपी वाइज किये जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग करें और मेले से पहले सभी सुविधाएं दुरुस्त हो जाएं.
डीसी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि मेले के दौरान बाहर से आने वाले खोआ व अन्य खाद्य पदार्थों पर विशेष रखें और मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें. क्योंकि बाबाधाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा व स्वास्थ्य बेहतर हो यह हम सब की जिम्मेवारी है. बैठक में डीसी ने जानकारी दी कि इस साल मलमास के कारण दो चरणों में श्रावणी मेले का संचालन होगा. पहला चरण 4 से 17 जुलाई तक, 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास और उसके बाद फिर 17 अगस्त से 31 अगस्त तक श्रावणी मेला का संचालन होगा.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष इंतजाम
ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का विशेष इंतजाम रखें. ताकि बाहर से आने श्रद्धालु सुलभ व सुरक्षित जलार्पण के साथ अच्छी अनुभूति लेकर बाबाधाम से जायें. डीसी ने कहा कि मेला के सफल संचालन के लिए 21 ओपी मेला क्षेत्र को बांटा गया है. इन ओपी क्षेत्र में मेला व्यवस्था के कार्यों जैसे पंडाल निर्माण, पथ प्रकाश, कांवरियों के लिए पेयजल, शौचालय, वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था आदि की अद्यतन स्थिति की जांच कर सभी कार्य पूर्ण कर लें. समीक्षा के दौरान डीसी ने मेले के दौरान विधि व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण एवं अपराध नियंत्रण के साथ साथ यातायात की व्यवस्था के लिए पुख्ता तैयारी करें.
संपूर्ण मेला क्षेत्र को सीसीटीवी से कनेक्ट करें ताकि मेला क्षेत्र की सभी ओपी की गतिविधियां एक दूसरे से जुड़ी रहे. वरीय प्रभारी दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति अधिकारियों से उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर किए जाने वाले कार्यों, पेयजल, शौचालय, आवासन, स्नानागार, सुरक्षात्मक उपायों, रुट लाइन की व्यवस्था को बेहतर बनायें.