Jharkhand News: धनबाद में 80 फिट गहरे भूमिगत गॉफ जिंदा समाई तीन महिलाएं, BCCL ने कड़ी मशक्कत के बाद बरामद किया शव
Dhanbad Landslide: अचानक भू धसाव को पर JMM विधायक ने इसे बीसीसीएल प्रबंधन की लापरवाही बताई है. अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जायेगी, पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जायेगा.
Dhanbad News: झारखंड के धनबाद में स्थित बीसीसीएल के कुसुंडा एरिया अंतर्गत हिल टॉप आउट सोर्सिंग के पास हुए दर्दनाक हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई है. रविवार (17 सितंबर) दोपहर तीनों महिलाएं भूमिगत आग से बने गॉफ में जिंदा समां गई. बीसीसीएल टीम ने लगभग सात घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, काफी मशक्कत के बाद तीनों महिलाओं के शव क्षत विक्षत अवस्था में बरामद हुए. तीनों महिलाओं के शव अधिक गहराई में होने के कारण, रेस्क्यू टीम ने मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए पोकलेन मशीन का सहारा लिया.
रेस्क्यू टीम के घंटो मशक्कत के बाद तीनों महिलाओं के शव टुकड़ों में मिले, टीम ने मौके से तीन साड़ियां भी निकाली हैं. जिसे तीनों महिलाओं ने पहन रखा था. तीनों मृतक महिलाएं क्षेत्र के सिजुआ छोटकीबोआ गांव की रहने वाली बताई जा रही हैं. ये घटना रविवार दोपहर को उस समय घटी जब हिल टॉप आउट सोर्सिंग के ऊपरी हिस्सा भरभरा कर 70 से 80 फिट अंदर धंस गया. उसी दौरान रास्ते से गुजर रही तीनों महिलाएं भी इसके चपेट में आ गई और जमीन के अंदर समां गई. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया. बड़ी संख्या में मौके पर इकट्ठा हो गये.
7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शव बरमाद
स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दी. मौके पर पहुंच कर बीसीसीएल की रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंच कर राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया. 70-80 फिट गहराई तक मलबा हटाना बचाव टीम के लिए बड़ी चुनौती थी. ऐसे में रेस्क्यू टीम ने पोकलेन मशीन का सहारा लेकर, 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों महिलाओं के शव को बरामद कर लिया. मृतक महिलाओं की पहचान ठंढी देवी, परला देवी और मंदवा देवी के रुप में हुई है. महिलाओं के क्षत विक्षत शव देखकर लोगों ने बीसीसीएल कोयला कंपनी के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया.
बीसीसीएल प्रबंधन पर दर्ज हो हत्या का मुकदमा
नाराज लोगों ने बताया कि इस तरह की भू-धसाव की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. यहां पर मिट्टी भराई और स्थानीय लोगों को पुनर्वासित करने की मांग की गई थी, लेकिन आज तक कोई प्रशासनिक पहल नहीं की गई और नतीजतन ये बड़ा हादसा हो गया. टुंडी से जेएमएम विधायक मथुरा महतो भी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंच कर मामले की जानकारी ली. उन्होंने बीसीसीएल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन ने पहले ही यहां पर हैवी ब्लास्टिंग नहीं करने और लोगों को पुनर्वासित करने को लेकर सहमति जताई थी, इसके बावजूद इस ओर कोई पहल नहीं की गई. इस घटना को बीसीसीएल प्रबंधन पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
पीड़ित परिवार को मिलेगा उचित मुआवजा
इस घटना के संबंध में धनबाद के अंचल अधिकारी प्रशांत लायक ने बताया की जैसे ही घटना की खबर मिली, तुरंत बचाव राहत के लिए रेस्क्यू ऑपरेश चलाया गया. हालांकि तीनों महिलाओं को बचाया नहीं जा सका. उन्होंने कहा कि जो भी नियम संगत कार्रवाई होगी, किया जायेगा और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाया जायेगा.
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