Dhanbad : रिश्तों की गहराई और भावनात्मक लगाव का एक अजीब मामला प्रकाश में आया है. बीमार चल रहे एक तीन माह के बच्चे की मौत के सदमे का शिकार हो एक पूरे परिवार ने सोमवार की रात जहर पी लिया. सबसे पहले उस बच्चे की मां ने जहर पीया. इससे दुखी हो उस बच्चे की मां की मां यानी नानी ने भी जहर पी ली. मां और बहन को ऐसा करते देख मृत बच्चे की मौसी ने उनका अनुसरण किया. मामला यहीं नहीं रुका. यह देख कर बच्चे के नाना ने भी जहर पी लिया.


नानी ने तीन साल की नातिन को भी कोशिश की जहर देने की 


बताया जाता है कि मृत बच्चे की नानी ने 3 साल की नातिन सृष्टि को भी जहर पिलाने की कोशिश की  लेकिन उसे उल्टी हो गई और इस तरह जहर का असर उसके शरीर में नहीं हुआ. मंगलवार को पुलिस ने इन चारों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज (एसएनएमएमसीएच) धनबाद में भर्ती कराया गया है जहां चारों की हालत गंभीर है. इनकी पहचान मौत के शिकार बच्चे की मां गीता देवी, मौसी संगीता देवी, नाना टोपन महतो और नानी दुखिया देवी के रूप में हुई है.


मायके में रह रही थी मृत बच्चे की मां गीता


बताया जाता है कि 3 माह के जिस मासूम की मौत हुई उसकी मां गीता मायके में रहती थी, हालांकि, ससुराल भी धनबाद में ही है. उसका पति मनोज महतो दो माह से दिल्ली में नौकरी कर रहा था और इस पूरे घटनाक्रम से अनजान था. बताया जाता है कि जन्म के बाद से ही बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. ये लोग डॉक्टर से इलाज कराने के साथ-साथ उसकी झाड़-फूंक करा रहे थे.झाड़-फूंक के चक्कर में बच्चे की तबीयत और खराब हो गई. अंत में बच्चे को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता ले जाने की तैयारी हुई लेकिन जब तक परिवार वाले उस बच्चे को लेकर ट्रेन में सवार होने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तक तब  उस बच्चे की मौत हो गई.  बच्चे की मौत से पूरा परिवार अवसाद का शिकार हो गया.  हालांकि परिवार को ढाढस बंधाने के लिए देर रात तक पड़ोसी उसके घर पर जमा रहे लेकिन जब  लेकिन जब बहुत रात हो गई और वे एक-एक कर अपने घर लौट गए तो इस परिवार ने ये आत्मघाती कदम उठा लिया.


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