झारखंड के धनबाद जिले में पीके रॉय मेमोरियल कॉलेज में बुधवार की सुबह लगभग आठ बजे बैंक के एक रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त मौजूद लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और सिंह को घायल हालत में अस्पताल पहुंचाया गया. जहां डॉक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया.

कॉलेज छोड़ने के लिए निकले थे बाहर

पुलिस सूत्रों ने बताया कि उपेंद्र सिंह बुधवार को सुबह आठ बजे के करीब जब अपने बेटे को कॉलेज छोड़ने के लिए पहुंचे थे, उसी दौरान पहले से घात लगाए मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी. उन्होंने बताया कि घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उपेंद्र सिंह को मृत घोषित कर दिया.

पुलिस ने बताया रंजिश का मामला

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि मारे गए रिकवरी एजेंट उपेन्द्र सिंह की अपने व्यवसाय के लोगों और रिश्तेदारों से दुश्मनी थी. उन पर पहले भी कई बार जानलेवा हमला हो चुका है. लिहाजा, पुलिस सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि फिलहाल किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं हुई. जांच आगे बढ़ने पर जो तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से आगे की कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसा जाएगा. इसके साथ उन्होंने आश्वासन दिलाया कि जल्द ही दोषियों के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा. 


कोयला व्यापारी की भी हो चुकी है हत्या

गौरतलब है कि इससे पहले 22 जनवरी को कतरास में बदमाशों ने कोयला व्यापारी मनोज यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वारदात को अंजाम देने के बाद  बाद मोस्ट वांटेड गैंगस्टर प्रिंस खान ने बाकायदा सोशल मीडिया पर एक लेटर पोस्ट कर घटना की जिम्मेदारी ली थी. आपको बता दें कि प्रिंस खान पिछले एक वर्ष से धनबाद पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. हालांकि, अभी तक पुलिस उसे गिरफ्तार करने में नाकाम ही रही है. 


ये भी पढ़ेंः Jharkhand Naxalite: झारखंड में जेजेएमपी के नक्सली ने हथियारों के साथ किया आत्मसमर्पण, दर्ज थे कई आपराधिक मामले