Jharkhand News: झारखंड के धनबाद जिले से शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है. नामी स्कूल के प्रिंसिपल ने कथित तौर पर छात्राओं को शर्ट उतारने का आदेश दिया. बच्चियों की गुहार पर भी प्रिंसिपल नहीं माना और सजा के तौर पर शर्ट उतरारने का आदेश दिया. आरोप है कि 50 से ज्यादा छात्राओं को बिना शर्ट के ब्लेजर में घर जाने पर मजबूर किया गया.
शर्मनाक घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने तेवर कड़े कर लिए हैं. उपायुक्त माधवी मिश्रा ने स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है. रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि छात्राओं के स्कूल का आखिरी दिन था. लास्ट डे होने के चलते छात्राएं एक दूसरे की शर्ट पर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं लिख रही थीं. यह देख कर प्रिंसिपल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्होंने छात्राओं को जमकर डांट लगाई. डांट के बाद भी प्रिंसिपल का गुस्सा शांत नहीं हुआ. उन्होंने छात्राओं को शर्ट उतारकर ब्लेजर में घर जाने का फरमान दे डाला. बच्चियों की गुहार को प्रिंसिपल ने अनसुना कर दिया.
रोते हुए अभिभावकों के पास पहुंचीं बच्चियां
रोती बिलखती घर पहुंची बच्चियों को देखकर परिजनों के होश उड़ गए. उन्होंने स्कूल प्रशासन की सजा पर सवाल उठाए. अभिभावकों ने बताया कि बच्चियां मैट्रिक की परीक्षा देने वाली हैं. परीक्षा करीब होने की वजह से बच्चियां मानसिक दबाव में हैं. ऊपर से स्कूल की करतूत के कारण बच्चियों के डिप्रेशन में जाने का डर है. बच्चियों के साथ अनहोनी का जिम्मेदार कौन होगा?
उन्होंने कहा कि बच्चियों को आत्मग्लानि से निकालने की कोशिश जारी है. विधायक रागिनी सिंह की अगुवाई में अभिभावक उपायुक्त माधवी मिश्रा के पास पहुंचे. परिजनों की पीड़ा सुनने के बाद उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया. उपायुक्त ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई होगी.
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