Jharkhand: दुमका में अवैध कोयले के खदानों पर बुलडोजर की कार्रवाई, कई क्विंटल कोयला जब्त
Dumka Illegal Coal Mining: अवैध कोयले के कारोबार पर वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. इलाके में कोल माफिया बेखौफ होकर अवैध तरीके से कोयले का कारोबार कर रहे थे.
Dumka: झारखंड में अवैध कोयले का कारोबार अपने चरम पर है. शासन प्रशासन के लिए अवैध कोयले के कारोबार को रोकना एक चुनौती बना हुआ है. समय-समय पर राज्य के कई हिस्सों से अवैध कोयले के कारोबार की खबरें आती रही हैं. इसी को लेकर अब उत्तर प्रदेश की तर्ज पर झारखण्ड में अवैध कोयले के कारोबार पर वन विभाग ने नकेल कसने के लिए बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी है.
यह कार्रवाई झारखण्ड के दुमका जिले के शिकारीपाडा थाना इलाके के पंचवाहिनी वन इलाके से शुरू की गई है. इस इलाके में सैकड़ों ऐसे अवैध कोयले के खदान है. जिससे प्रतिदिन कोयले का अवैध उत्खनन कर माफिया लाखों रूपये का राजस्व को चूना लगा रहे हैं. इसकी जानकारी जब उपायुक्त दुमका और वन विभाग को मिली तो उपायुक्त के आदेश पर सीधी कार्रवाई के लिए बुलडोजर लेकर इलाके में पहुंची. जहां दर्जनों ऐसे अवैध कोयले के खदान थे. इस दौरान विभाग ने कई क्विंटल कोयला भी जब्त किया है. जहां कोयला माफिया रात के साथ दिन के उजाले में भी कोयले का अवैध कारोबार करते थे.
बुलडोजर लेकर पहुँचा वन विभाग
दुमका जिले के शिकारीपाडा, मसलिया, गोपीकांदर,काठिकुण्ड,रामगढ आदि कई थाना इलाकों में कोयले का अवैध कारोबार अपने चरम पर हैं. वन विभाग द्वारा शिकारीपाडा प्रखंड के पंचवाहिनी इलाके में हो रहे कोयले के अवैध खदानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर खदान को बंद कराया जा रहा है. डीएफओ सात्विक के अनुसार, विभाग लगातार समय समय पर कार्रवाई कर रहा है. हालांकि इस गोरखधंधे में पदाधिकारियों की मिलीभगत होने के सवाल पर खुद को किनारा करते हुए डीएफओ ने कहा कि अब तक ऐसी जानकारी नहीं है. जबकि इसी शिकारीपाडा इलाके के नौ पहाड़ इलाके में अवैध कोयले का कारोबार करने की खबर है. इसके अलावा पकलूपाडा, कल्याणश्वरी बांस पहाड़ी इलाकों में अवैध खदान की सूत्रों से जानकारी मिली है.