Dumka: दुमका पुलिस ने किया अवैध चिप्स व्यापार का किया भंडाफोड़, ड्राइवर सहित चार गिरफ्तार
Jharkhand News: दुमका पुलिस ने फर्जी चालान के जरिए हो रहे चिप्स के अवैध व्यापार का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस ने ड्राइवर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
Dumka Crime News: दुमका (Dumka) में एक बार फिर फर्जी चालान के जरिए हो रहे चिप्स के अवैध व्यापार का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस रैकेट में शामिल ट्रक ड्राइवर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि सात लोगों को इस मामले में वांक्षित आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से दो लेपटॉप और छह मोबाइल बरामद किए हैं.
यह मामला तब खुला जब ओपी दिग्गी के थाना प्रभारी आकृष्ट अमन की टीम ने 16 अप्रैल की रात एक संदिग्ध चिप्स लोड ट्रक की जांच की. पुलिस को लगा कि चालान पेपर में ही कुछ गड़बड़ है. थाना प्रभारी ने ट्रक ड्राइवर से कागजात को लेकर डीएमओ के पास भेजा. डीएमओ ने जांच के दौरान चालान पेपर ही फर्जी पाया. डीएमओ ने इस सम्बन्ध में ओपी थाना प्रभारी को लिखित रूप में शिकायत देकर मामला दर्ज करने की बात कही.
पुलिस ने की मामले की जांच
वहीं ओपी थाना ने एसपी अम्बर लकड़ा के आदेश पर मामले की जांच की और ट्रक चालक की निशानदेही पर दिवाकर भगत, लखन पाल और परमेश्वर मंडल को गिरफ्तार किया. इन लोगों के पास से दो लेपटॉप और छ मोबाइल भी बरामद किए गए. पुलिस इस मामले में और जांच कर लेने का दावा कर रही है. इधर डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कू ने दावा किया है कि यह कारोबार चोरी छिपे चलाया जा रहा था. जिसका भंडाफोड़ विभाग ने पुलिस की मदद से किया. उन्होंने कहा कि यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस कारोबार में और कितने लोग शामिल हैं.
ड्राइवर सहित चार गिरफ्तार
वहीं इस मामले में अब तक ड्राइवर सहित पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. ड्राइवर आलोक कुमार बिहार के लखीसराय का रहने वाला है. जबकि बिहार के बाढ़ के रहने वाले ट्रक मालिक सुनील सिंह के ऊपर भी फर्जी चालान के जरिए अवैध कारोबार करने का मामला दर्ज किया गया है. ड्राइवर और फर्जी चालान गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अब भी ट्रक मालिक सहित सात लोग पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं. इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को वंक्षित आरोपी बनाया है.
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में शिकारीपाडा थाना क्षेत्र के पोखरिया गांव स्थित एक होटल में फर्जी चालान से जुड़े 35 से ज्यादा चिप्स से लदे ट्रकों को जिला प्रशासन की टीम ने पकड़ा था. लेकिन माफिया द्वारा इन जप्त ट्रकों को रात में भगा दिया गया था. तब इस मामले में पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगे थे.