Jharkhand News: झारखंड के बोकारो में डुमरी विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. एनडीए की यशोदा देवी (Yashoda Devi) और यूपीए की बेबी देवी (Baby Devi) ने नामांकन दाखिल किया. आज पर्चा दाखिल करने का आखिरी दिन था. यूपीए और एनडीए के बड़े नेता भी इस दौरान मौजूद रहे. दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल करने से पहले शक्ति प्रदर्शन भी किया. डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर झामुमो की प्रत्याशी के तौर पर सूबे की मंत्री बेबी देवी ने तो आजसू के प्रत्याशी के तौर पर यशोदा देवी ने नाम नामांकन पर्चा दाखिल किया. यहां निर्वाची पदाधिकारी 33-डुमरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सह अनुमण्डल पदाधिकारी सहजाद परवेज के सामने पर्चा दाखिल किया गया.
वहीं पर्चा दाखिल करने के दौरान I.N.D.I.A के नेताओं के साथ बेबी देवी अनुमंडल कार्यालय पहुंची. इस दौरान झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार, मथुरा महतो, सरफराज अहमद, भाकपा माले विधायक विनोद सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार यादव समेत कई नेता मौजूद थे. वहीं दूसरी तरफ आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी के साथ एनडीए के कई नेता मौजूद रहे. इस दौरान आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, विधायक लम्बोदर महतो, बीजेपी नेता रविन्द्र राय, विधायक रणधीर सिंह, नारायण दास, बीजेपी नेता निर्भय शाहबादी, प्रदीप साहू, आजसू नेता संजय साव समेत कई नेता मौजूद थे.
बेबी देवी को प्रत्याशी बना क्या संदेश देना चाहते हैं सीएम?
यूपीए गठबंधन की झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी राज्य की हेमंत कैबिनेट में उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री हैं. वहीं यशोदा देवी स्वर्गीय दामोदर महतो की पत्नी हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले महीने बेबी देवी को मंत्रिपद सौंपा था. दरअसल, उपचुनाव में मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने के इरादे से झामुमो के शीर्ष नेतृत्व ने ऐसा किया. स्वर्गीय जगरनाथ महतो की डुमरी विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पैठ थी और वो मंत्री भी थे. उनके निधन से जनता की सहानुभूति भी महतो परिवार की तरफ है. वहीं उनकी पत्नी को मंत्रिपद देकर मुख्यमंत्री ने यह संदेश भी देने का प्रयास किया है कि डुमरी पर उनका खास ध्यान है. वहीं, आजसू की यशोदा देवी पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से दूसरे नंबर पर रही थीं.