Dumri by-Election: झारखंड की डुमरी सीट पर विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है. इस सीट पर आगामी माह 5 सितंबर को चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद यहां सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी सियासी जमातें अपनी जीत का दावा कर रही हैं. इसी कड़ी में रविवार (13 जुलाई) को ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) ने यशोदा देवी को एनडीए कैंडिडेट का उम्मीदवरा घोषित किया.
आजसू के प्रदेश प्रवक्ता देवशरण भगत ने मीडिया से कहा कि बीजेपी के झारखंड प्रभारी संगठन मंत्री के अलावा दूसरे नेताओं के साथ आजूस के केंद्रीय उपाध्यक्ष और सांसद सीपी चौधरी ने उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई है. उन्होंने बताया कि बीजेपी और आजसू की कोर कमेटी की बैठक में यशोदा देवी को प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर राय बनी. यशोदा देवी डुमरी की पूर्व प्रमुख रह चुकी हैं. उन्होंने यहां से 2019 में भी विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में यशोदा देवी दूसरे स्थान पर रही थीं.
यशोदा देवी 17 अगस्त को कर सकती हैं नामांकन
बीजेपी के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक लंबोदर महतो ने बैठक कर डुमरी उपचुनाव में मजबूती के साथ दावेदारी पेश का फैसला लिया. विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि, 'डुमरी उपचुनाव पूरी ताकत से लड़ा जायेगा.' उन्होंने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सरकार की कथनी और करनी को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा. एनडीए कैंडिडेट के रुप में 17 अगस्त को यशोदा देवी नामंकन पत्र दाखिल करे सकती हैं.
कौन हैं यशोदा देवी?
यशोदा देवी ने शुरू से ही राजनीतिक उठापटक को करीब से देखा है. उनके पति स्वर्गीय दामोदर महतो अविभाजित बिहार में जनता दल यूनाईटेड से जुड़े थे. दामोदर महतो डुमरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. झारखंड के उदय के बाद वे आजसू से जुड़ गये. 2016- 17 में उनकी मृत्यु के बाद उनकी धर्मपत्नी यशोदा देवी ने डुमरी प्रमुख के तौर पर सामने आई. यशोदा देवी ने अपनी कार्यशैली से न केवल सियासी गलियारों में बल्कि आम जनमानस के बीच अपनी विशेष छाप छोड़ी.
यशोदा देवी की लोकप्रियता से प्रभावित होकर पार्टी ने 2019 के विधानसभा चुनाव मे इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था. इस चुनाव में भले ही वह चुनाव हार गई, लेकिन उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता जगरनाथ महतो की कड़ी टक्कर दी. जगरनाथ महतो की मौत के बाद सत्तारुढ़ झामुमो ने उनकी पत्नी बेबी देवी को झारखंड मंत्रीमंडल में जगह दी. डुमरी से प्रत्याशी घोषित होने के बाद यशोदा देवी ने आजसू और बीजेपी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे पार्टी के सिद्धांतो पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी.
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