Jharkhand News: ईडी ने पोड़ैयाहाट क्षेत्र के कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव और उनके करीबियों के तकरीबन डेढ़ दर्जन ठिकानों पर छापे के दौरान टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े जो साक्ष्य इकट्ठा किए हैं, उसके आधार पर अब आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की तैयारी चल रही है. जिन लोगों से पूछताछ की तैयारी चल रही है, उनमें विधायक प्रदीप यादव के निजी सचिव देवेंद्र पंडित के अलावा शिव कुमार, अजय झा, विनोद लाल, अजय अकेला और श्यामाकांत यादव शामिल हैं. इन लोगों के ठिकानों पर ईडी द्वारा की गई छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद हुए थे. इसके अलावा दुमका के पीएचईडी के ठेकेदार अजय झा के आवास से 60 लाख रुपए भी जब्त किए गये थे.


इसके बाद बुधवार को ईडी ने रांची में विधायक प्रदीप यादव की मौजूदगी में उनके आवास की तलाशी ली और साथ ही बरामद हुए दस्तावेज के आधार पर उनसे कई सवाल भी पूछे. ईडी ने प्रदीप यादव से उनका फोन मांगा, लेकिन यादव का कहना है कि उनका फोन कहीं गिर गया है. ईडी को यादव की मोबाइल फोन गिर जाने की बात पर संदेह है. फोन न मिलने की स्थिति में ईडी फोन का डेटा जुटाने के लिए मोबाइल कंपनियों से मदद मांग सकती है.


कांग्रेस विधायक का बयान


बहरहाल, छापे में जो दस्तावेज मिले हैं उसके अनुसार बड़े पैमाने पर मनीलॉन्ड्रिंग का संदेह है. गौरतलब है कि ईडी से पहले आयकर विभाग ने 4 नवंबर 2022 को प्रदीप यादव के यहां छापेमारी की थी. इधर ईडी की छापेमारी की कार्रवाई खत्म होने के बाद प्रदीप यादव ने कहा, "यह पूरी कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. इसके पीछे सांसद निशिकांत दुबे का हाथ है. छह माह पूर्व आयकर विभाग की टीम ने भी छापेमारी की थी, उसे भी कुछ नहीं मिला था. मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. ईडी के अधिकारी भी यह जान गए हैं." इसके साथ ही केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए यादव ने कहा कि 2024 के चुनाव से पहले ऐसी नौटंकी की जा रही है.


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