Jharkhand: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सुरक्षा प्रभारी को ED का समन, इस मामले में 28 फरवरी को होगी पूछताछ
प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी में दो एके 47 राइफल्स और 60 कारतूस बरामद हुए थे. प्रेम प्रकाश के ठिकाने से बीते अगस्त महीने में बरामद राइफल्स दो पुलिस जवानों के थे.
Jharkhand ED News: झारखंड में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी ईडी (ED) की टीम सक्रिय हो गई है. ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के सुरक्षा प्रभारी डीएसपी विमल कुमार (Vimal Kumar) को समन भेजकर 28 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है. बताया जा रहा है कि उनसे झारखंड (Jharkhand) में सत्ता से लेकर ब्यूरोक्रेसी के गलियारे में ऊंची पहुंच रखने वाले ठेकेदार और कारोबारी प्रेम प्रकाश के संबंध में पूछताछ की जाएगी.
ठेकेदार हो चुका है गिरफ्तार
गौरतलब है कि प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी में दो एके 47 राइफल और 60 कारतूस बरामद हुए थे. प्रेम प्रकाश के ठिकाने से बीते अगस्त महीने में बरामद राइफल्स दो पुलिस जवानों के थे. बताया जाता है कि ये दोनों जवान सीएम सिक्योरिटी में तैनात थे, लेकिन उन्होंने अपने हथियार ठेकेदार के घर छोड़ रखे थे. ठेकेदार प्रेम प्रकाश को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल जेल में है.
हथियार छोड़ने वाले जवान हैं सस्पेंड
अब इसी प्रकरण में सीएम के सिक्योरिटी इंचार्ज से पूछताछ होगी. इस मामले में रांची पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर बताया था कि 23 अगस्त को बारिश में फंस जाने की वजह से जवानों ने प्रेम प्रकाश के मकान में एक अलमारी में हथियार और कारतूस रख दिये थे. प्रेम प्रकाश का स्टाफ जवानों का परिचित है. इसलिए दोनों रात में अपने हथियार वहां छोड़कर चले गये थे. अगले दिन जब वे वापस वहां हथियार लेने पहुंचे तो पता चला कि ईडी की छापामारी चल रही है. रांची पुलिस ने प्रेम प्रकाश के घर हथियार रखने वाले जवानों को सस्पेंड कर दिया था.
ईडी ने एक इंजीनियर को किया गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को झारखंड के एक वरिष्ठ सरकारी इंजीनियर को पिछले दो दिनों से तीन राज्यों में उससे जुड़े कई स्थानों पर तलाशी अभियान के बाद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद उन्हें राजधानी रांची में मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया. गौरतलब है कि झारखंड के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की ओर से 11 नवंबर, 2019 को दर्ज मामले के आधार पर ईडी ने 17 सितंबर 2020 को एक मामला दर्ज किया था. इसी मामले में राम को गिरफ्तार किया गया है.
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