Former BCCI president Amitabh Choudhary Passes Away: बीसीसीआई (BCCI) के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ चौधरी (Amitabh Choudhary) का मंगलवार सुबह निधन हो गया. 62 वर्षीय अमिताभ सुबह घर में पूजा कर रहे थे, तब उन्हें हार्ट अटैक आया. उन्हें तत्काल रांची के सैंटेविटा हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वो झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद से 2 माह पहले सेवानिवृत्त हुए थे. वो मूलरूप से बिहार (Bihar) के दरभंगा जिले के मनीगाछी के बाथो गांव के रहने वाले थे. रांची (Ranchi) का जेएससीए स्टेडियम बनवाने में उनका सबसे अहम योगदान माना जाता है. अमिताभ चौधरी के निधन पर झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने दुख जताया है.
सीएम सोरेन ने जताया दुख
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्विटर पर चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष श्री अमिताभ चौधरी जी के आकस्मिक निधन की दुखद खबर मिली. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ जी ने राज्य में क्रिकेट के खेल को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे."
2014 से शुरू की सियासी पारी
बता दें कि, 2002 में अमिताभ चौधरी बीसीसीआई के सदस्य बने. 2005 में झारखंड के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो को हराकर वो झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) के अध्यक्ष बने. इसके बाद 2005 से लेकर 2009 तक वो क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे. 2013 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी से वीआरएस ले लिया था और 2014 में राजनीति में कदम रखा. बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर अमिताभ ने बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था. हालांकि, वो चुनाव नहीं जीत सके. इसके बाद वो बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए थे. साथ ही आईसीसी बोर्ड में भारत के नियुक्त प्रतिनिधि के तौर पर भी काम किया. जेपीएससी के चेयरमैन के तौर पर सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट रिकॉर्ड समय में जारी करने का श्रेय भी उनके नाम रहा. उनकी पत्नी अमिताभ निर्मला चौधरी भी आईपीएस रही हैं. परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र और पुत्री हैं.
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