Hemant Soren Meeting: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम नेता हेमंत सोरेन ने बुधवार (3 जुलाई) को इंडिया गठबंधन के विधायकों की अहम बैठक बुलाई है. एक विधायक ने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच यह बैठक अहम मानी जा रही है.


सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन लगभग पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा हुए हैं. उन्हें झारखंड हाई कोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दी है. जेल से रिहाई के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही है कि क्या फिर हेमंत सोरेन सीएम पद की कमान संभालेंगे.


सूत्रों ने बताया कि बैठक को देखते हुए बुधवार को 1,500 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने सहित मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सभी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है. मंगलवार को भी चंपई सोरेन ने सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे.


हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम बने चंपई सोरेन


हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी 2024 को चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें सीएम के रूप में शपथ ली थी. नाम नहीं बताने की शर्त पर कांग्रेस के विधायक ने पीटीआई को बताया कि झारखंड विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बुधवार को हमारी पार्टी ने गठबंधन विधायकों की बैठक में शामिल होने के लिए कहा था. विधायक ने कहा कि बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि गठबंधन को इस साल के अंत में होने वाले चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार करने की जरूरत है. 


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होंगे शामिल


कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और इसके प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी यहां बैठक में शामिल होने वाले हैं. बैठक में मंत्री बसंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के भी शामिल होने की संभावना है. कल्पना हाल ही में गांडेय से विधायक चुनी गई थीं, उन्होंने उपचुनाव जीता था. यह सीट जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी. 


जेल से रिहा होने के बाद अपनी पहली सार्वजनिक रैली में हेमंत सोरेन ने दावा किया था कि बीजेपी झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की योजना बना रही है. उन्होंने सामंती ताकतों के खिलाफ विद्रोह की भी घोषणा की और कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन बीजेपी को पूरे देश से बाहर कर देगा.


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