Jharkhand News: झारखंड स्थित गिरिडीह में नक्सलियों ने बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात रेलवे ट्रैक पर विस्फोट कर क्षतिग्रस्त कर दिया जिसके बाद ट्रेनों का आवागमन घंटों तक ठप रहा. हालांकि रेलवे विभाग ने क्षतिग्रस्त ट्रैक को ठीक कर फिर से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है. यह जानकारी पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने दी.
उन्होंने कहा कि धनबाद मंडल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो - गया रेल खंड पर विस्फोट किया गया था. घटना के बाद ट्रेनों को डाईवर्ट किया गया. विभाग ने ट्रैक को दुरुस्त कर जब फिट घोषित किया तब ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ.
नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को बनाया निशाना
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को एकदिवसीय झारखंड-बिहार बंद के दौरान नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया और नई दिल्ली से गया-धनबाद होकर हावड़ा जाने वाले रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया. गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र के चिचाकी और चौधरीबांध के बीच में अप और डाउन ट्रैक पर विस्फोट किया गया. विस्फोट से स्लीपर क्षतिग्रस्त कर दिया जिससे इस रूट की ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया.
बताया गया कि रात लगभग 12:15 बजे नक्सलियों का दस्ता इस क्षेत्र में पहुंचा और विस्फोट किया. यह विस्फोट पोल संख्या 334/13 व 14 के बीच किया गया. घटना की सूचना के बाद गिरिडीह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची.
रेलवे ने की ट्रैक की जांच
रेलवे ट्रैक विस्फोट कर उड़ाने की इस घटना के बाद से गंगा दामोदर, लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस समेत कई ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर ही रुक गई थी. हालांकि रेलवे विभाग ने सुबह ही ट्रैक की जांच की और दुरुस्त की और ट्रैक को फिट घोषित किया गया. इसके बाद ट्रेनों की सेवा शुरू की गई. उधर घटना के बाद आस पास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है.
जेल में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में बुलाया गया बंद
नक्सली संगठन के टॉप लीडर प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला को जेल में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं कराने के विरोध में बंद बुलाया था. दोनों की गिरफ्तारी के बाद से ही नक्सली संगठन गुस्से में हैं. गुरुवार को ट्रैक पर नक्सलियों ने पर्चा भी छोड़ा था जिसमें दोनों की रिहाई की मांग की गई है.
प्रशांत बोस और शीला की गिरफ्तारी के बाद नक्सलियों ने दो बार बंद करवाया है. इस बार 21 जनवरी से 26 जनवरी तक दोनों की रिहाई की मांग को लेकर प्रतिरोध दिवस मनाया गया. इस दौरान गिरिडीह के खुखरा और मधुबन में मोबाइल टावर उड़ाया गया था.
डुमरी के नुरंगो के समीप बराकर नदी पर बने पुल को उड़ा दिया गया तो वहीं हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर उड़ाने का प्रयास किया गया. जबकि कई स्थानों पर पोस्टर लगाए गए थे.
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