Jharkhand News: गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने झारखंड सरकार (Jharkhand Government) पर आदिवासियों के लिए राज्य में खराब माहौल बनाने और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बढ़ावा देने का सोमवार को लोकसभा में आरोप लगाते हुए केंद्र से उसे बर्खास्त करने की मांग की. दुबे ने शून्यकाल में कहा कि झारखंड के सुंदर पहाड़ी क्षेत्र में पिछले दिनों एक पर्वतीय जनजाति के करीब 20 बच्चों की मौत किसी संक्रमण से हो गई, लेकिन इलाके में जाने पर पता चला कि वहां एक भी चिकित्सक नहीं है.


निशिकांत दुबे ने कहा कि जब वह आदिवासी बहुल क्षेत्र का दौरा करने गए तो पता चला कि वहां ‘‘न एक भी प्रधानमंत्री आवास है, न चिकित्सकों की सुविधा है और सड़कों की हालत भी खराब है.’’ दुबे ने कहा, ‘‘आदिवासियों के लिए खराब माहौल बनाने वाली और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बढ़ावा देने वाली (झारखंड) सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए. राज्य में अध्ययन के लिए केंद्रीय दल को भेजा जाए.’’


बयानों से चर्चा में रहते हैं निशिकांत दुबे


गौरतलब है कि निशिकांत दुबे हमेशा अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं. उन्होंने हाल ही में संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत की थी. इसके बाद निशिकांत दुबे ने लोकपाल की ओर से इस मामले का संज्ञान लेकर, अपनी जांच एजेंसियों को केस दर्ज करने का निर्देश देने का दावा करते हुए कहा है कि वह किसी संवैधानिक संस्था के प्रवक्ता नहीं है, बल्कि केवल एक शिकायतकर्ता हैं.


निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार देश के टुकड़े-टुकड़े गैंग के लिए एक फैशन बन गया है. भ्रष्टाचार की आरोपी सांसद के खिलाफ मैंने शिकायत लोकपाल में दर्ज की और लोकपाल ने उसे संज्ञान में लेकर अपनी जांच एजेंसियों को केस दर्ज करने कहा. मैं किसी संवैधानिक संस्था का प्रवक्ता नहीं हूं, मैं केवल एक शिकायतकर्ता हूं."


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