Exclusive: कांग्रेस के टिकट पर दो चुनावों में उन्हें मिली हार पर क्या बोले गौरव वल्लभ?
Gourav Vallabh Interview: गौरव वल्लभ ने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की है. बीजेपी से जुड़ने के बाद वह लगातार टीवी चैनलों को इंटरव्यू दे रहे हैं. उन्होंने एबीपी न्यूज से भी एक्सक्लूसिव बात की.
Gourav Vallabh News: हाल ही में बीजेपी ज्वाइन करने वाले गौरव वल्लभ (Gourav Vallabh) ने बताया कि आखिर कांग्रेस क्यों चुनाव हार रही है और उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का मन क्यों बनाया. एबीपी न्यूज के 'नाश्ते पर नेता जी' कार्यक्रम में गौरव वल्लभ ने खुलकर अपने मन की बात कही. उन्होंने कहा कि ''राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा में न जाने के पाप का प्रायश्चित कांग्रेस में मैं कर रहा था. मैंने कांग्रेस के पीएम लोगों से कहा कि जब तक भगवान राम के मंदिर के दर्शन नहीं करोगे, मैं कांग्रेस की तरफ से टीवी कार्यक्रम में नहीं दिखूंगा.''
टीवी कार्यक्रम में गौरव वल्लभ से पूछा गया कि आप भी लगातार चुनाव लड़ रहे हैं, आप उम्मीदवार रहे हैं. उदयपुर हो जाए जमशेदपुर में हार मिली है. कांग्रेस क्या गलती कर रही है कि जीत हासिल नहीं हो रही है? इस पर उन्होंने कहा, ''सार्थक सवाल पूछा और आज तक मैंने जो जवाब नहीं दिया पिछले 5 दिन में वह आज दे रहा हूं. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन मैं उदयपुर में था. मेरे पास फोन आ रहे थे. मेरे इस फोन में आज भी वह व्हाट्सएप मैसेज पड़े हैं. कम से कम 100 कार्यकर्ताओं के मेसेज पड़े हैं. वह कह रहे थे कि घर में बैठे हैं. हम शर्म के मारे घर के बाहर नहीं जा सकते क्योंकि लोग पूछते हैं कि क्यों नहीं गए? मैंने कहा आ जाओ, हम अखंड रामायण का पाठ करते हैं.''
मैं चार महीने से टीवी से दूर- गौरव
गौरव वल्लभ ने आगे कहा, '' इनके पापों का मैं प्रायश्चित करता हूं. और मैं प्रतिवर्ष बजट पर प्रेस वार्ता करता था. इस बार इसलिए नहीं किया. मैंने कांग्रेस के पीए लोगों से कहा कि जब तक भगवान राम के मंदिर के दर्शन नहीं करोगे, मैं कांग्रेस की तरफ से टीवी कार्यक्रम में नहीं बैठूंगा. टीवी पर 4 महीने से नहीं आया. मैंने सोचा कि कोई मनाएगा. मैं तभी मानता जब प्राण प्रतिष्ठा में जाते. जब सनातन को गाली देने वालों का मुंह बंद करते.''
अंबानी-अडानी को नहीं दे सकता गाली- गौरव
गौरव वल्लभ ने कहा, ''इनका कहना था कि ये इवेंट है. मैंने कहा अब चले जाओ. तीन महीने का समय दिया. चार महीने से ऐसे घूम रहा हूं जैसे कि पीए की नौकरी चाहिए. मैं चापलूसी करके काम नहीं करना चाहता. अपने उसूलों पर पार्टी ज्वाइन की तब जब उनके 42 सांसद थे. क्या दे दिया ऐसा? मैंने करियर दांव पर लगा दिया. लेकिन भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में न जा पाऊं.धर्म की रक्षा न कर पाऊं."
बीजेपी नेता ने कहा कि आर्थिक प्रगति में अपना योगदान न दे सकूं तो मुझे ऐसे लोगों के साथ नहीं दे सकता. मैं चाय की एक सिप लेकर पीएम मोदी और दूसरी सिप लेकर अंबानी और अडानी को गाली नहीं दे सकता.
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