Haryana: INLD प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी को हाई कोर्ट ने भेजा नोटिस, जानें किस मामले में हुई कार्रवाई
Haryana: 24 जनवरी को नफे सिंह की अग्रिम जमानत हुई थी. इसके बाद जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार ने नफे सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, आरोपी उनके गवाहं को डरा धमका रहे हैं.
Haryana News: भूतपूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र जगदीश नंबरदार की आत्महत्या का मामला फिर गरमा गया है. दरअसल, इस मामले में आरोपित पूर्व विधायक एवं इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी को हाईकोर्ट ने नोटिस भेजा है. इस मामले में मृतक जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार और पुत्र गौरव राठी ने नफे सिंह की जमानत रद्द करने की याचिका दायर की है.
बता दें कि, 24 जनवरी को नफे सिंह की अग्रिम जमानत हुई थी. इसके बाद जगदीश नंबरदार के भाई सतीश नंबरदार ने नफे सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, आरोपी उनके गवाहों को डरा धमका रहे हैं. ऐसे में सतीश नंबरदार ने गवाहों के लिए सुरक्षा मांगी है. बता दें कि, 11 जनवरी 2023 को जगदीश नंबरदार ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद पूर्व विधायक नफे सिंह राठी और उनके भांजे सोनू पर जगदीश नंबरदार को प्रताड़ित करने का आरोप लगा था.
सुसाइड से पहले बनाया था वीडियो
दरअसल, 26 दिसंबर 2022 को जगदीश ने एक ऑडियो क्लिप अपलोड किया था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ये लोग उन्हें परेशान कर रहे थे और अगर उन्हें कुछ होता है तो वे जिम्मेदार होंगे. उस समय पुलिस ने शिकायत दर्ज कराने के लिए उनसे संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई. इसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर लिया था.
इनेलो को बदनाम करने की कोशिश
वहीं इस मामले में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने दावा किया था कि, जिस दिन जगदीश राठी ने आत्महत्या की थी, उस दिन उसका छोटा भाई उनसे मिलने आया था. उन्होंने कहा था कि, ‘‘अगर जगदीश को कोई बात परेशान कर रही थी तो उन्होंने (जगदीश राठी के भाई) मुझसे इसका जिक्र किया होता.’’ चौटाला ने कहा कि अगर कोई दोषी है तो उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए, लेकिन इनेलो को बदनाम करने के लिए पुलिस का इस तरह इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.