Dhanbad News: कोयलांचल धनबाद का सबसे बड़ा अस्पताल एसएनएमएमसीएच एक बार विवादों में है, यहां के 120 संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों को अचानक बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. सभी संविदा कर्मियों को काम से बाहर करने संबंधी नोटिस दिया गया जिसके बाद सभी स्वास्थ्य कर्मियों में भारी आक्रोश है. सेवा बहाल करने कि मांग को लेकर आज तमाम स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल के मुख्य गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं जिससे अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा बाधित हो गई हैं और इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे लोग इस भीषण गर्मी में बेहाल घूम रहे हैं.


सेवा बहाल किए जाने कि मांग, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे स्वास्थ्य कर्मी
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि पिछले 8 से 10 वर्षों तक उन लोगों ने अस्पताल में अपनी सेवा दी. कोरोना काल में जब अपने भी मरीजों के पास नहीं जाते थे तब इन लोगों ने मरीजों कि सेवा जान दांव पर लगाकर की. झारखंड की हेमंत सरकार का यह आखिरी साल है तो लोगों में उम्मीद थी कि संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों का स्थाईकरण किया जाएगा लेकिन स्थाईकरण कि बात तो दूर संविदा पर बहाल हुए लोगों को सीधे काम से ही बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. स्वास्थ्य कर्मियों कि मांग है कि जब तक सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तब तक वे इसी तरह अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे रहेंगे.


हड़ताल से मरीजों कि बढ़ी परेशानी
स्वास्थ्य कर्मियों कि हड़ताल से इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है. इलाज के लिए मरीज और उनके परिजन परेशान हैं. मरीजों को लेकर पहुंचे लोगों की स्वास्थ्यकर्मियों से झड़प होने की भी खबरें मिलीं.


यह भी पढ़ें: Chaibasa IED Blast: झारखंड के चाईबासा में फिर आईईडी ब्लास्ट, हादसे में 14 साल के मासूम की गई जान