Hemant Soren Arrest: गिरफ्तारी की संभावना को देखते हुए हेमंत सोरेन ने विधायकों को लिखा था पत्र, परिवार के लिए किया था ये अनुरोध
Hemant Soren: हेमंत सोरेन को ईडी के सामने पेश होने से पहले ही गिरफ्तारी का अंदेशा था. उन्होंने पहले ही विधायक दल के नेता के रूप में चंपई सोरेन को चुन लिया था. Fसका खुलासा उनके लेटर से हुआ है.
Jharkhand News:ईडी ने बुधवार को पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन हेमंत सोरेन को ईडी की तरफ से गिरफ्तारी किए जाने का आभास पहले से हो गया था. इसके खुलासा उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली गई एक पोस्ट से हुआ है. दरअसल, हेमंत सोरेन के एक्स अकाउंट पर 31 जनवरी की रात 12 बजकर 2 मिनट पर उनका एक लेटर पोस्ट किया गया है. जिसमें उन्होंने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने और उनका सभी सहयोगी पार्टियों द्वारा सहयोग किए जाने की बात कही गई है.
क्या लिखा है हेमंत सोरेन के लेटर में?
हेमंत सोरेन की तरफ से जारी लेटर में लिखा गया है कि दिनांक 30 जनवरी को पार्टी विधायक दल की बैंक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि किसी विपरीत परिस्थिति में अगर मुझे विधायक दल का अपना पद छोड़ना पड़ा, तो उस परिस्थिति में विधायक दल के नए नेता का चयन मेरे द्वारा किया जाएगा, जो सर्वमान्य होगा. उपरोक्त प्रस्ताव पर सभी गठबंधन दल विधायकों की बैठक में भी सहमति जताई गई थी. मैं ईडी के समन के अनुपालन में उपस्थित होने जा रहा हूं. अगर मुझे गिरफतार कर लिया जाता है तो ऐसी परिस्थिति में चंपई सोरेन को विधायक दल का नया नेता नामित करने का निर्णय लिया है. विधायक दल की बैठक में इन्हें विधिवत रूप से विधायक दल का नेता चुनने के उपरांत सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ उनका समर्थन पत्र लेकर नए नेता के नेतृत्व में आप सभी विधायक राज्यपाल के समक्ष जाकर नई सरकार के गठन का दावा पेश करेंगे एवं अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए नई सरकार के गठन तक रांची में उपस्थित रहेंगे.
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) January 31, 2024 [/tw]
परिवार का भी ख्याल रखने की कही बात
अन्त में आप सभी के सहयोग, प्यार और आशीर्वाद से मैंने चार वर्षों तक विपरीत परिस्थितियों में सरकार को सफल नेतृत्व देने का यथासंभव प्रयास किया. जनहित के भी बहुत सारे कार्यों को पूरा किया. यह सब आपके सहयोग एवं समर्थन के बिना संभव नहीं था इसमें लिए मैं आप सबका सदा आभारी रहूंगा. आपसे सभी से एक अनुरोध और करना चाहूंगा कि आप सब मेरी अनुपस्थिति में मेरे परिवार, मेरे पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन एवं माता जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है उनका भी ख्याल रखेंगे एवं मेरे छोटे भाई पर भी अपना स्नेह बनाए रखेंगे.
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