आदिवासी संघ ने गुरुवार 1 फरवरी को झारखंड बंद का एलान किया है. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ बंद का एलान किया गया है. जाहिर है हेमंत सोरेन आदिवासी समाज से आते हैं. उनके पिता शिबू सोरेन को आदर के साथ 'दिशोम गुरू' के नाम से बुलाया जाता है. बता दें कि बुधवार (31 जनवरी) को दोपहर 1 बजे से शुरू हुई पूछताछ के बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही झारखंड के अगले सीएम के नाम पर जारी सस्पेंस भी खत्म हो गया. झारखंड के मंत्री चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया. तीन बसों से महागठबंधन के विधायक राज्यपाल से मिलने पहुंचे. चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया.


राज्यपाल से मुलाकात के बाद विधायकों ने कहा कि उनके पास 47 एमएलए का समर्थन है. इसके बाबत उन्होंने राज्यपाल को पत्र सौंपा. राज्यपाल ने फिलहाल शपथग्रहण की डेट फाइनल नहीं की है. सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को वो शपथग्रहण की तारीख पर फैसला ले सकते हैं.




हेमंत सोरेन की आज की रात रांची स्थित ईडी के दफ्तर में गुजरेगी. गिरफ्तारी के बाद उन्हें ईडी की टीम हिरासत में लेकर रात करीब दस बजे एयरपोर्ट रोड स्थित दफ्तर पहुंची. उन्हें गुरुवार को मैजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा, उसके बाद जेल भेजा जाएगा. इस बीच सोरेन की ओर से बुधवार को ही झारखंड हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट पिटिशन दायर कर ईडी की पूरी कार्रवाई को चुनौती दी गई है. हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए गुरुवार दिन साढ़े दस बजे का समय निर्धारित किया है. हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एस. चंद्रशेखर और जस्टिस अनुभा शंकर की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी. ईडी ने हेमंत सोरेन से पूछताछ के बाद शाम करीब पांच बजे ही सूचित कर दिया था कि वह उन्हें गिरफ्तार करने जा रही है.


चंपई सोरेन की राजनीतिक हैसियत...पैर छूते हैं हेमंत सोरेन, लोग बुलाते हैं 'झारखंड टाइगर'