Jharkhand News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ईडी की याचिका को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा खारिज किए जाने पर कहा कि ''मैं जेल के अंदर था और मेरा कीमती वक्त जाया किया गया अगर यह नहीं होता तो मैं कई मुद्दों का हल कर देता. सुप्रीम कोर्ट सबसे महत्वपूर्ण है और मैं मानता हूं कि यह लोकतंत्र का एक स्तंभ है जहां अंधेरा नहीं है.''


हेमंत सोरेन ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा, ''ऐसा लग रहा है जैसे कि मैं ऱाज्य की संपत्ति को लेकर घूम रहा हूं या फरार हो गया हूं इसके लिए मुझे जेल के सलाखों के पीछे भी डाल दिया गया. और बहुत तरीके से सोरेन परिवार के ऊपर लांछन लगे. और मेरा कीमती वक्त का भी इन लोगों ने जाया किया. आज राज्य के कोने-कोने से लोग अपनी आवश्यकताओं को लेकर मुझसे मिलने आ रहे हैं. अपनी समस्याओं के बारे में मिले हैं. शायद हमारा कीमती वक्त ये लोग बर्बाद नहीं करते तो मैं आज अनिगिनत समस्याओं का समाधान हो चुका होता.''






लोगों की आवाज दबा रहे हैं कुछ समूह - हेमंत सोरेन
बीजेपी पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, ''आज न्यायालय सर्वोपरि है. जिस लोकतंत्र का वह स्तंभ है जहां मैं समझता हूं कि अंधकार नहीं है. लेकिन कुछ समूह ऐसे भी हैं जो न्यायालय के वक्तों को बर्बाद करते हैं और बेवजह समाज में काम करने वाले लोग हैं चाहे वो राजनीति या सामाजिक रूप से हों, और जो समाज के गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़ों की आवाज बनने का काम कर रहे हैं उनकी आवाजों को बंद करने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.  और आज फिर से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से ये बातें साबित हो गईं.''


हेमंत सोरेन ने जून में रिहाई के बाद फिर से सीएम पद की शपथ ले ली और फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया. झारखंड में इस वक्त विधानसभा की कार्यवाही चल रही है जिसमें उन्होंने हिस्सा लिया.


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