Jharkhand News: यूपी की योगी सरकार की तरह ही झारखंड की हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार भी प्रदेश से गुंडा राज खत्म करने की तैयारी में जुट गई है. दरअसल, धनबाद वासेपुर का कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान पर कानूनी शिकंजा कसने कि तैयारी की जा रही है. ऐसे में गैंगस्टर प्रिंस खान के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किए जा सकते हैं. साथ ही युएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है. युएपीए एक्ट खासकर आतंकवादियों, नक्सलियों और वैसे अपराधिक संगठनों पर लगाया जाता है जिससे देश की एकता, अखंडता को खतरा हो या फिर देशद्रोह के मामले में लगाए जाते हैं. फिलहाल, प्रिंस खान उर्फ हैदर अली देश से भागकर दूसरे देश में छिपा है और वहीं से अपने अपराधिक संगठनों के द्वारा अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है.
प्रिंस खान धनबाद के बड़े-बड़े व्यावसायियों, कारोबारियों और डॉक्टरों से रंगदारी और फिरौती लेता रहा है. समय-समय पर लोगों को धमकी भरे कॉल के जरिए फिरौती मांगी जाती है. कई बार फिरौती नहीं दिए जाने पर हत्या और गोलीबारी जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया गया है. पुलिस ने कई बार प्रिंस खान पर शिकंजा कसने कि कोशिश की, लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर बचता रहा. कभी जमीन कारोबारी तो कभी बिल्डर सभी प्रिंस खान के निशाने पर हैं. धनबाद के कई डॉक्टरों ने भी प्रिंस खान कि धमकियों से डरकर धनबाद छोड़ने तक की चेतवानी पुलिस प्रशासन को दी है. लेकिन हर बार पुलिस आश्वासन के अलावा कुछ नहीं कर सकी.
कौन है गैंगस्टर प्रिंस खान?
लगातार प्रिंस खान के बढ़ते अपराधिक दबदबे को देखते हुए सीआईडी ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मिली जानकारी के अनुसार सीआईडी मुख्यालय ने जांच के बाद प्रिंस खान पर युएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई का मन बनाया है और जल्द ही इसपर कार्रवाई हो सकती है. प्रिंस खान उर्फ हैदर अली वासेपुर के गैंगस्टर फहीम खान का भांजा है, जो फहीम खान के लिए काम किया करता था और फहीम खान के इशारे पर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया करता था. फहीम खान के जेल जाने के बाद प्रिंस खान ने अपनी सल्तनत बनानी शुरू की. नवंबर 2021 में अपने मामा फहीम के करीबी नन्हे खान की हत्या के बाद वह सुर्खियों में आया.
लगातार लेता रहा फिरौती
इसके बाद धीरे-धीरे उसने स्वतंत्र रूप से रंगदारी फिर फिरौती और हत्या जैसे अपराधिक घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया. बीते कुछ सालों में प्रिंस खान ने एक बड़ा अपराधिक संगठन तैयार किया और लगातार रंगदारी, फिरौती जैसी घटनाओं को अंजाम देने लगा. वहीं जिसने भी रंगदारी देने से इंकार किया या तो उसपर हमले करवाए गए या फिर उसे मौत के घाट उतार दिया गया. कुछ एक विरोधी अपराधी राह में रोड़ा बने तो उन्हें भी रास्ते से हटा दिया गया.
प्रिंस खान कैसे हुआ देश से फरार?
कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बावजूद प्रिंस खान पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा और फरार हो गया. दरअसल, प्रिंस खान हैदर अली के नाम से पासपोर्ट के लिए आवेदन दिया और बैंकमोड़ थाना के अधिकारी बगैर जांच पड़ताल किए प्रिंस खान के फर्जी नाम हैदर अली को क्लीन चिट देकर जांच रिपोर्ट पासपोर्ट कार्यालय भेज देते हैं. इसके बाद फर्जी नाम से पासपोर्ट जारी होते ही प्रिंस खान देश छोड़कर भाग गया और दूसरे देश से अपनी अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिए जा रहा है. लेकिन सीआईडी द्वारा युएपीए के तहत कार्रवाई किए जाने से काफी हद तक प्रिंस खान के आतंक को कम किया जा सकेगा.
यह भी पढ़ें: Dumka News: दुमका पुलिस ने लूट की वारदात में शामिल पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार, हथियार और कैश भी बरामद