हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे. बुधवार (3 जुलाई) को राजभवन जाकर चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. हेमंत सोरेन और महागठबंधन के नेता भी उनके साथ थे. चंपई सोरेन के सीएम पद से इस्तीफे के बाद हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने विधायकों की लिस्ट राज्यपाल को सौंपी. अब हेमंत सोरेन 7 जुलाई को झारखंड के सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.


राज्यपाल ने चंपई सोरेन से क्या कहा?


राज्यपाल ने चंपई सोरेन से कहा कि जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक आप अपने पद पर बने रहें. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली थी.


31 मार्च को गिरफ्तार, 28 जून को जमानत


31 मार्च को ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले ही हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचे थे और अपना इस्तीफा दे दिया.जेएमएम के लिए राहत भरी खबर तब आई जब 28 जून को झारखंड हाई कोर्ट ने हेमंत सोरेन को जमानत दे दी.


हेमंत सोरेन की जमानत चुनावी राज्य झारखंड में इंडिया गठबंधन के लिए बड़ी राहत लेकर आई. राज्य में इसी साल नवंबर में चुनाव होने हैं. झारखंड में लोकसभा के नतीजे भी इंडिया गठबंधन के लिए संतोषजनक रहे. 14 लोकसभा सीटों में से एनडीए को नौ और इंडिया गठबंधन को पांच सीटों पर जीत हासिल हुई. हेमंत सोरेन की पार्टी को तीन सीटों पर जीत हासिल हुई. लोकसभा चुनावों में पार्टी का वोट शेयर 14.60 रहा. कांग्रेस को दो सीटें मिलीं लेकिन उसका वोट शेयर जेएमएम से ज्यादा 19.19 फीसदी रहा.


हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के बाद 28 जून को ही जेल से रिहा भी हो गए. हेमंत सोरेन के जेल से निकलते ही जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हुई वो ये कि क्या अब वो फिर से सीएम बनेंगे. इस सवाल से पर्दा उठ गया और जवाब सबके सामने है.


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