चंपाई सोरेन के JMM छोड़ने पर कल्पना सोरेन की पहली प्रतिक्रिया, 'जब से सरकार बनी है...'
Jharkhand Politics: कल्पना सोरेन ने चंपाई सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा को अलविदा कहने पर कहा है कि जब से हेमंत सोरेन की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनी है, उनको रास नहीं आ रहा है.
Jharkhand Politics News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के जेएमएम से इस्तीफा देने के बाद सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने चंपाई सोरेन का नाम सीधे तौर पर तो नहीं लिया, लेकिन विपक्षी बीजेपी पर आरोप लगाया कि जब से महागठबंधन की सरकार बनी है, वह उसे अस्थिर करने का प्रयास कर रही है.
दरअसल, चंपाई सोरेन की जगह अब रामदास सोरेन को कैबिनेट में शामिल किया गया है. उनके शपथ ग्रहण के बाद कल्पना सोरेन ने मीडिया से बात की. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कल्पना ने चंपाई के इस्तीफे पर कहा, ''ये सिर्फ चुनावी वर्ष में नहीं हो रहा है. जब से हमारी सरकार बनी है विपक्ष ने झारखंड की सरकार को हिलाने का प्रयास किया है. और अभी तक यह जारी है. उनकी मंशा जगजाहिर है. जब से हेमंत सोरेन की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार बनी है, उनको रास नहीं आ रहा है.''
हमने देखे हैं बहुत उतार-चढ़ाव- कल्पना
कल्पना सोरेन ने कहा, '' हमने बीते पांच साल में बहुत उतार चढ़ाव देखें हैं. जनता सबको देख रही है कि किसको चुनना है. आज के लिए सिर्फ इतना ही कह सकती हूं कि रामदास सोरेन मेरे बड़े भाई हैं. उनको हार्दिक शुभकामनाएं हैं और उनको बधाई देती हूं.''
VIDEO | "Since this government was formed, the opposition has always tried to destabilise the Jharkhand government, and they continue to do so even now. Their intentions are very clear; ever since this government was formed, they have not been able to accept it. Now, with… pic.twitter.com/4fK6HNIlOJ
— Press Trust of India (@PTI_News) August 30, 2024
बता दें कि जब हेमंत सोरेन ने सीएम के पद से जनवरी में इस्तीफा दिया था, जब कल्पना सोरेन के नाम की भी चर्चा चल रही थी कि उन्हें सीएम बनाया जा सकता है. लेकिन, आखिरी मुहर चंपाई सोरेन के नाम पर लगी थी. वहीं, जब हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए तो विधायक दल की बैठक बुलाकर हेमंत सोरेन को फिर सीएम चुन लिया गया और चंपाई सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा. चंपाई ने यह आरोप लगाया था कि नियुक्ति पत्र वितरण के उनके कार्यक्रम को भी रोक दिया गया था. उनसे बिना पूछे विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी.
ये भी पढ़ें- Latehar: फुटबॉल खेल रहे दो युवकों पर मौत बन कर गिरी आकाशीय बिजली, कई घायल