विधानसभा चुनावों की तारीख के ऐलान के बाद झारखंड का सियासी पारा हाई है. इस बीच सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन ने ऐसा बयान दे दिया जिसकी चर्चा सियासी गलियारे में होने लगी है. उन्होंने पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को लेकर कहा कि उम्मीद है कि वो जल्द वापस आएंगे. उन्होंने कहा कि दुख है कि वो (चंपाई सोरेन) दूसरे दल में हैं.
चंपाई सोरेन से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, "वो हमारे गार्जियन थे. अभी भी हैं. दुख तो जरूर है कि वो दूसरे दल में हैं. उम्मीद करते हैं कि जल्द ही वो घर को वापस लौटेंगे."
बसंत सोरेन का ये बयान ऐसे समय में आया है जब बीजेपी चंपाई सोरेन को टिकट दे चुकी है. सरायकेला विधानसभा सीट से उन्हें बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है. अगस्त में जेएमएम से इस्तीफा देते हुए वो बीजेपी में शामिल हो गए थे. उनका दावा है कि इस बार झारखंड में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.
हेमंत सोरेन के भाई ने बीजेपी से जेएमएम में शामिल हुईं लुईस मरांडी पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "वो कल विपक्ष में थीं, आज साथ में हैं. एक दूसरे की कोई ज्यादती दुश्मनी तो है नहीं. जिसको जहां अच्छा लगा उसके साथ हो लिए. वो जिस पार्टी में थीं उसके सिद्धांत उनको पसंद नहीं आए और आज वो हमारे साथ हैं."
बता दें कि अभी तक जेएमएम ने विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. बसंत सोरेन दुमका से विधायक हैं और जेएमएम के यूथ विंग के अध्यक्ष हैं. उन्हें विधानसभा चुनाव में पार्टी का टिकट मिलना तय माना जा रहा है. सीएम हेमंत सोरेन और उनके भाई के अलावा कल्पना सोरेन भी राजनीति में हैं. गांडेय सीट से वो विधायक हैं.
झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं जहां पर दो चरणों में वोटिंग होनी है. पहले चरण में 13 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं दूसरे चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.