Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार चरम पर पहुंच गया है. इस बीच जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को सत्ता से बेदखल करने के लिए टिकट न मिलने से नाराज बागी नेताओं बीजेपी मनाने में जुट गई है. इस रणनीति के तहत गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भारतीय जनता पार्टी नेता एवं झारखंड के पूर्व मंत्री सत्यानंद झा से गुरुवार को मुलाकात की. उन्होंने बीजेपी नेता से विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन वापस लेने का आग्रह किया.
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बीजेपी द्वारा टिकट न दिए जाने से नाराज झा ने नाला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. नाला उन 38 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जहां दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है.
मीडिया से बातचीत में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह झा से अपना नामांकन वापस लेने और चुनाव में बीजेपी की मदद करने का अनुरोध करने आए थे.
झा से की नामांकन वापस लेने की अपील
उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें टिकट नहीं दे सके, इसलिए झा नाराज हो गए. उन्होंने (झा ने) घोषणा की कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.’’ बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘इस बार झारखंड में बीजेपी की सरकार बनाना, पार्टी और राज्य दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए, मैंने उनसे अपना नामांकन वापस लेने और पार्टी की मदद करने का अनुरोध किया.’’
बागी नेता से किया ये वादा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असम से सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने झा से वादा किया है कि उन्हें चुनाव के बाद पार्टी में एक सम्मानित पद दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सत्यानंद झा पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता हैं. दरअसल, बीजेपी नेता जहां से टिकट के प्रबल दावेदार थे वहां से पार्टी नेतृत्व ने शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाया है. वहीं से बीजेपी नेता ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है.
सत्यानंद झा ने क्या कहा?
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात के बाद सत्यानंद झा ने संवाददाताओं से कहा कि शर्मा ने उनसे उस वक्त मुलाकात की, जब नामांकन वापस लेने में कुछ ही घंटे बचे थे. झा ने कहा, ‘‘मैं अब भी चुनाव मैदान में हूं. मैं अपने समर्थकों से बात करने के बाद ही कोई निर्णय लूंगा.’’
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