Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में हुसैनाबाद सीट से बहुजन समाज पार्टी(BSP) के उम्मीदवार कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने शुक्रवार को पलामू जिले की एक अदालत में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई. मेहता के वकील संजय कुमार अकेला ने यह जानकारी दी. अकेला ने मुताबिक पलामू जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि मामले को सुनवाई के लिए 16 नवंबर को सूचीबद्ध किया गया है.


बता दें कि कुशवाहा शिवपूजन मेहता हुसैनाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 13 नवंबर को मतदान होगा. शर्मा ने हुसैनाबाद में 23 अक्टूबर को आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा था कि अगर भारतीय जनता पार्टी(BJP) की राज्य में सरकार आई तो पलामू जिले के मौजूदा अनुमंडल हुसैनाबाद को अलग जिला बनाया जाएग और इसका नाम बदलकर भगवान राम या कृष्ण के नाम पर किया जाएगा. शर्मा इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार कमलेश कुमार सिंह के पक्ष में प्रचार कर रहे थे. बसपा उम्मीदवार ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बीजेपी के झारखंड में चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने हुसैनाबाद में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश की है.


‘हुसैनाबाद के लोग हमेशा आपसी सौहार्द्र से रहते हैं’
वहीं BSP प्रत्याशी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हुसैनाबाद के लोग हमेशा आपसी सौहार्द्र से रहते आये हैं. यहां के लोगों में किसी समुदाय के प्रति द्वेष और कटुता का भाव नहीं है. असम सीएम ने सांप्रदायिक वैमनस्यता पैदा करने के लिए इस तरह का बयान दिया है. उन्होंने कोर्ट से सरमा के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत संज्ञान लेने की अपील की है.


शिकायत के बाद BJP नेताओं की आई प्रतिक्रिया
असम सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद बीजेपी नेताओं की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि इस तरह डराकर सच बोलने से रोका नहीं जा सकता है. सरमा के बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. लेकिन उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है.


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