President Murmu In Jharkhand: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने तीन दिवसीय झारखंड दैरे पर हैं. आज राष्ट्रपति कूंटी दौरे पर हैं, यहां उन्होंने बिरसा मुंडा कॉलेज में आयोजित महिल स्वंय सहायता सम्मेलन में 24 हजार महिलाओं को संबोधित किया. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि, इस सम्मेलन के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकार, उनके लाभ के बारे में जानकारी मिलेंगी. साथ ही कई सारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. बहन, बेटियों के लिए अच्छे भविष्य के लिए कामना करती हूं और उन्हें शुभकामनाएं देती हूं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि खेल के क्षेत्र में महिलाओं की देश-विदेश में पहचान है. खूंटी जिले की बेटियां भी खेल के क्षेत्र में नाम रोशन किया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समाज में जन्म लेना गर्व की बात है. हमारी बहु, बेटियों ने अहम योगदान दिया है. हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही है. जिसका एक उदाहरण मैं खुद हूं कि मैं राष्ट्रपति के रूप में मौजूद हूं. किसी भी कार्य में सफल होने के लिए अपनी प्रतिभा को जानें तब ही आप अपने मुकाम तक पहुंच सकते है. हर महिला की कहानी मेरी कहानी है. महिलाएं कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़े. फुलो झानो को नमन करती हूं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि आज महिलाओं को बहुत सारी चीजें सिखाई जाती हैं. आज की महिलाएं सिर्फ धान की खेती पर निर्भर नहीं रहती हैं.
महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं- राष्ट्रपति
आजकल बहुत सारी तकनीक आ गई हैं, जिसके जरिए महिलाओं को काम सिखाया जा रहा है और महिला हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. बेटियां हमारी रानी हैं, दुर्गा हैं, लक्ष्मी हैं, सरस्वती हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं भी आदिवासी हूं. झारखंड के अलग राज्य होने का 22 साल हो गया. मैं खुश हूं कि आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा है. मंत्री भी खूंटी के एक विधानसभा क्षेत्र से हैं और महिला समूह के मंत्री हैं. साथ ही महिलाओं की बेहतरी की दिशा में काम रहे हैं. उन्होंने कहा मैं भले ही ओडिशा की हूं, लेकिन मेरे अंदर खून झारखंड का है. जोबा मांझी जिस घर में बहू बनकर गई, उसकी घर से मेरी दादी रही है, इसे लेकर भी मैं खुश हूं. मुझे बहुत गर्व हैं.