Constitution Day: आजाद भारत (Independent India) के इतिहास में 26 नवंबर की खास अहमियत है. दरअसल यही वह दिन है, जब गुलामी की जंजीरों से आजाद होकर अपने स्वतंत्र अस्तित्व को आकार देने का प्रयास कर रहे राष्ट्र ने संविधान को अंगीकार किया था. इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी. इस वजह से इस दिन को 'संविधान दिवस' (Constitution Day) के तौर पर मनाया जाता है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी हैं.


संविधान लोकतंत्र की आत्मा है
संविधान दिवस के मौके पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि, 'संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है, अधिकारों के साथ साथ संविधान हमें हमारे कर्तव्यों के निर्वहन की सीख भी देता है. आइये अपने नागरिक धर्म का पालन करें, जागरूक बने, नियमों का पालन करें. आप सभी को #राष्ट्रीय_संविधान_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.'




सीएम हेमंत सोरेन ने दी शुभकामनाएं 
इससे पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि, ''शोषितों, वंचितों की आवाज़ है संविधान. देश की एकता, अखंडता का आधार है संविधान. संविधान_दिवस के शुभ अवसर पर महान संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी को शत-शत नमन एवं समस्त लोगों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार. जय बिरसा! जय भीम! जय संविधान!''


गृहमंत्री ने कही ये बात
संविधान दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 'संविधान लोकतंत्र की आत्मा होने के साथ-साथ भारत की एकता व प्रगति का मूल आधार है. संविधान दिवस पर भारतीय संविधान के शिल्पी बाबासाहेब अंबेडकर व सभी महापुरुषों को नमन करता हूं. मोदी सरकार बाबासाहेब के पदचिन्हों पर चलकर देश के हर वर्ग के कल्याण व उन्हें अधिकार दिलाने हेतु कटिबद्ध है.'


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