Indian Railways: धनबाद चंद्रपुरा रूट पर रेलवे का परिचालन हो सकता है बंद, DGMS डायरेक्टर ने बताई ये वजह
धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन को जून 2017 में भी बंद किया जा चुका है, हांलाकि राजनीतिक प्रयासों के बाद इसे दो साल बाद दोबारा शुरु कर दिया गया. इस रुट पर एक दर्जन से अधिक से ट्रेनों का परिचालन होता है.
Indian Railways: धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन (Dhanbad Chandrapura Rail Line) कभी भी बंद हो सकती है, ये बाते डीजीएमएस डायरेक्टर प्रभात कुमार (Prabhat Kumar) ने कही. उन्होंने कहा कि धनबाद चंद्रपुरा रेल लाइन के आस पास भूमिगत आग का दायरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में कभी भी इस रेल रूट को बंद किया जा सकता है. इसके लिए डीजीएमएस (DGMC) कि टीम जांच मे जुटी हुई है और इस संबंध में रेलवे को भी जानकारी दी जा चुकी है. डीजीएमएस डायरेक्टर ने डीजीएमएस (Directorate General of Mines Safety) के 122वां स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
एक दर्जन ट्रेनों सहित माल ढुलाई होगी बाधित
धनबाद चंद्रपुरा रेल रूट बंद होने से कई रूटों के यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है. चंद्रपुरा रुट से कई ट्रेनें होकर गुजरती हैं, जिनमें रांची और पश्चिम बंगाल के लिए सबसे अधिक ट्रेनें गुजरती हैं. इस रेल रूट पर लगभग एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है और हर दिन हजारों लोग इस रेल रूट से यात्रा करते हैं. ऐसे में इस रुट के बंद हो जाने से रेल यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
माल ढुलाई भी होगी प्रभावित, हर महीने करोड़ों के राजस्व का होगा नुकसान
इस रेल रूट पर हर दिन कई मालगाड़ियों का भी परिचालन कोयला ढुलाई के लिए किया जाता है. ऐसे में यदि यह रेल रूट बंद कर दी जाती है तो ना सिर्फ हजारों रेल यात्रियों को कठिनाई का सामना करना पड़ेगा बल्कि कोयले की आपूर्ति में बाधा आयेगी. इससे रेलवे विभाग को बड़े राजस्व का नुकसान उठाना पड़ सकता है.
वर्ष 2017 में भी भूमिगत आग के कारण रेल मार्ग हुआ था बंद
15 जून 2017 से रेलवे ने इस रेल रूट पर ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी थी. रेलवे का कहना था कि इस रेल रूट पर भूमिगत आग का खतरा है और कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है. लिहाजा यात्रियों के सुरक्षा के मद्देनजर इस रेल रूट पर ट्रेनों का परिचालन बंद किया जाता है. राजनीतिक दलों के प्रयास से 20 महीने बाद 2019 में इस रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन दोबारा शुरू किया गया. लेकिन एक बार फिर इस रेल रूट के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है.
रिपोर्ट- अमित सिन्हा
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