धनबाद में मंगलवार को हुई अग्निकांड के मामले की जांच के लिए उपायुक्त धनबाद की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया गया है. यह जानकारी झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दी. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. उपायुक्त को इस मामले को देखने का निर्देश दिया है कि कहां चूक हुई है.  मंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में हमने अग्निशमन सुरक्षा उपकरणों की खरीद के लिए 25 करोड़ 36 लाख 24 हजार रुपए आवंटित किए लेकिन केवल एक करोड़ 86 लाख रुपए ही खर्च हो पाए. उन्होंने कहा कि जांच के लिए उपायुक्त धनबाद की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया गया है.



इस हादसे में 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस बीच झारखंड सरकार ने अग्निकांड के मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद इस बाबत ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि आग लगने के अन्य हादसों के मृतकों के परिजनों को भी चार-चार लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है. हादसे में घायलों के इलाज की उचित व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता धनबाद पहुंचे हैं. 


जानें कैसे भड़की चिनगारी


इस घटना के चश्मदीद लोगों ने बताया कि घर में पूजा के लिए जलाए जाने वाले दीया से आग लगी थी. फ्लैट के मालिक मार्केट चले गए थे. किसी को कुछ पता ही नहीं चला और धीरे-धीरे वह आग विकराल रूप लेता चला गया और वहां घर में जो सिलेंडर रखा था वह ब्लास्ट कर गया और इसी के साथ आग भड़क उठी. एक चश्मदीद ने बताया कि हम लोग शादी में बिजी थे और फोर्थ फ्लोर में थे, सेकेंड फ्लोर में आग लगी थी. सेकेंड से फिर आग थर्ड फ्लोर तक पहुंच गई और फैलते चली गई और आसपास के जगहों को अपनी चपेट में ले लिया.