Irfan Ansari Controversial Remarks: झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी के खिलाफ शनिवार (26 अक्टूबर) को जामताड़ा टाउन थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया है. जामताड़ा की बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन के आरोप और बीजेपी की शिकायत के बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है.


वहीं, अब कांग्रेस ने भी इस मामले में चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही सीता सोरेन के खिलाफ जामताड़ा टाउन थाने में शिकायत दर्ज कराने को लेकर आवेदन दिया गया है. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय कुमार दुबे की ओर से जामताड़ा थाने को दिए गए आवेदन में कहा गया है, "सीता सोरेन और अन्य बीजेपी नेता मंत्री इरफान अंसारी के वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं."


इसके साथ ही उनकी छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. इस मामले में चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच करने और पुलिस से प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है. वहीं आवेदन में इरफान अंसारी द्वारा सीता सोरेन के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने का भी दावा किया गया है. 


मंत्री पर ये आरोप
दरअसल, मंत्री इरफान अंसारी पर आरोप है कि 24 अक्टूबर को जामताड़ा में उन्होंने नामांकन के तुरंत बाद एसडीओ कार्यालय के 10 मीटर के अदंर ही प्रेस को संबोधित करना शुरू कर दिया. इस दौरान इरफान अंसारी यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, 'ये जो रिजेक्टेड माल है... वैसे प्रत्याशी जिनको हरा चुका हूं. उनको कहूंगा कि ये समय लड़ने का है, लड़िए. नहीं तो बीजेपी आपको समाप्त कर देगी, बीजेपी खोखला कर देगी. मैं चुनौती देता हूं कि आपके साथ लड़ने में मजा आता है. यहां तो आपने क्लीन स्वीप दे दे दिया है. जहां जाते हैं कि अपार जनसमर्थन मिलता है. इनको समझ नहीं आ रहा है.''


वहीं सीता सोरेन ने शुक्रवार सुबह इरफान अंसारी के एक वीडियो को शेयर करते हुए पोस्ट किया, ''कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने नामांकन के तुरंत बाद मीडिया के सामने मेरे लिए जो अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी होगी. पहले भी उन्होंने मेरे बारे में व्यक्तिगत बातें बोली हैं, लेकिन इस बार उन्होंने सारी सीमाएं लांघ दी हैं.''


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