Jharkhand News: झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने बुधवार को बताया कि उसने राज्य के गोड्डा और हजारीबाग जिलों से आईएसआईएस के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. दोनों पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (UAPA) और भारतीय दंड संहिता (IPC) के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था. एटीएस ने एक विज्ञप्ति में बताया कि गोड्डा जिले के आसनबानी इलाके में रहने वाला मोहम्मद आरिज हुसैनैन सोशल मीडिया मंचों पर नौजवानों से संपर्क करता था और उन्हें कथित रूप से अपने साथ काम करने के लिए राजी करता था. उसे एक गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया. 


भोले-भाले लोगों को कर रहे थे गुमराह 
विज्ञप्ति के अनुसार हजारीबाग के पेलावल इलाके के रहने वाले नसीम को भी गिरफ्तार किया गया है. उसके मोबाइल फोन से उसकी हुसैनैन से ‘संदिग्ध चैट’ का पता चला था. आतंकवाद निरोधक दस्ते के अनुसार ये दोनों आरोपी भोले-भाले लोगों को गुमराह कर संगठन से जोड़ रहे थे. दोनों राष्ट्रविरोधी काम में संलिप्त पाए गए है. मामले को लेकर एटीएस की तरफ से 2 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी.


पाकिस्तान व अफगानिस्तान के कई संगठनों के संपर्क में थे आरोपी
एटीएस की जानकारी के अनुसार नसीम और आरिज हसनैन को ISI संगठन का Bayth यानि दीक्ष भेजा है. ये दोनों पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कई आंतकी संगठनों के संपर्क में भी थे. जांच के दौरान पता चला है कि इनका लक्ष्य फिलिस्तीन जाकर फिदायीन हमला कर मस्जिद ए अल अक्सा को यहुदियों से आजाद करवाने का था. नसीम तो इसकी इसके लिए आंतकी संगठनों के वीडियो देखकर अपने साथियों में इसका प्रचार भी करने लगा था.


साल 2022 में अपने इसी मकसद को पूरा करने के लिए वो कश्मीरी युवक-युवतियों के संपर्क में भी आया था. जिसकी अब एटीएस जांच कर रही है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो समुदायों के बीच तनाव पैदा करने, कई लोगों के पास संदेश भेजने, इसके अलावा आंतकी संगठनों का महिमा मंडन करने के कई सबूत भी मिले है.


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