Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर (Jamshedpur) पुलिस द्वारा कदमा शास्त्री नगर में हुए हिंसा के मामले में अधिवक्ता चंदन चौबे को गिरफ्तार करने का मामले ने तूल पकड़ लिया है. चंदन चौबे की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार की सुबह अधिवक्ताओं ने कोर्ट में हंगामा किया और कामकाज को भी बाधित कर दिया. दरअसल, जमशेदपुर में कल यानी 11 अप्रैल को अधिवक्ता चंदन चौबे को पुलिस ने गिरफ्तार किया. अब इसके विरोध में आज जमशेदपुर कोर्ट के अधिवक्ताओं ने कोर्ट काम से अपने आप को दूर रखा है और साथ ही अनिश्चित काल हड़ताल की घोषणा की है. 


वहीं पुलिस के इस कार्यशैली का विरोध कर रहे अधिवक्ताओं का कहना है कि अधिवक्ता को हथकड़ी नहीं लगाना था. अधिवक्ता चंदन कुमार एसएसपी से दंगाइयों पर करवाई की मांग को लेकर उनसे मिलने गए थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इतना ही नहीं अधिवक्ता चंदन को हथकड़ी लगाई गई, जोकि नियम के खिलाफ है. किसी भी अधिवक्ता को हथकड़ी नहीं लगाने का आदेश कोर्ट द्वारा पहले  ही दिया गया है. इसके बावजूद पुलिस अधिवक्ता चंदन को कैसे हथकड़ी लगा कर जेल भेज सकती है. इसी के विरोध में आज कोर्ट के सभी अधिवक्ता अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं और कोर्ट परिसर में पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. 


क्या है पूरा मामला?
इसके साथ ही अधिवक्ताओं का मानना है कि नाजायज ढंग से चंदन कुमार को फंसाया गया है. वे दंगाइयों पर करवाई की मांग को लेकर एसएसपी से मिलने गए थे और उन्हीं को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं आरोपी वकील ने खुद कैमरा में कहा कि मुझे ज्ञापन लिखने के लिए बुलाया गया था लिखने के दरमियान ही डीएसपी आकर मुझे कहते हैं आप अपना मोबाइल मुझे दें. इसके बाद मुझे मोबाइल को स्विच ऑफ करने के लिए कहा गया फिर उनके द्वारा कहा गया कि आप मेरे साथ आए और इसके बाद मुझे गिरफ्तार कर लिया जाता है. मुझे यह भी नहीं पता है कि मेरा गुनाह क्या है.





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